जगदलपुर : बस्तर की जेलों मे बंद निर्दोष आदिवासियों की रिहाई को लेकर प्रदेश में राजनीति गर्माई हुई है. भाजपा और कांग्रेस पहले ही एक दूसरे पर इस मामले को लेकर आरोप लगा रहे थे. अब जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने भी भाजपा की पूर्व सरकार पर इसका ठीकरा फोड़ दिया है. जूनियर जोगी ने कहा कि, 'भाजपा की सरकार थी. मुख्यमंत्री उनके थे. उनके शासनकाल में निर्दोष आदिवासियों को गिरफ्तार किया गया है'.
अमित जोगी ने आदिवासियों की गिरफ्तारी पर भाजपा और कांग्रेस को दोषी ठहराया. अमित ने कहा कि, 'भाजपा के नेता केदार कश्यप अपनी सरकार की गलती छिपाकर प्रशासनिक अधिकारियों पर आदिवासियों की गिरफ्तारी का ठीकरा फोड़ रहे हैं, जबकि सरकार उनकी थी मुख्यमंत्री उनके थे उनके शासनकाल में निर्दोष आदिवासियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी दोषी है या नहीं इस विषय पर कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन सामूहिक जवाबदारी प्रशासनिक अधिकारियों की नहीं, बल्कि सरकार की होती है. इसलिए निर्दोष आदिवासियों की गिरफ्तारी पर पूर्व मुख्यमंत्री मंत्रीपरिषद सामूहिक जवाबदारी के अंतर्गत पूर्ण रूप से दोषी हैं'.
'दोनों पार्टियां आदिवासियों का शोषण कर रही'
वहीं अमित जोगी ने कहा कि, 'अपने आपको आदिवासियों की हितैषी कहने वाले भाजपा और कांग्रेस के नेता आदिवासियों का शोषण कर रहे हैं. वह चाहे भाजपा द्वारा आदिवासियों के टाटा स्टील प्लांट मामले में जमीन अधिग्रहण का मामला हो या फिर कांग्रेस द्वारा बैलाडीला स्थित नंदराज पहाड़ को अडानी को बेचे जाने का मामला, दोनों ही पार्टियों ने आदिवासियों का शोषण किया है'.
'चित्रकोट उपचुनाव, दंतेवाड़ा उपचुनाव जैसा नहीं'
जोगी ने कहा कि, 'इस मामले को लेकर जब मैंने सवाल उठाया तो मुझे जेल मे बंद कर दिया गया. इसके अलावा अमित जोगी ने कहा कि, 'जिस तरह दंतेवाड़ा उपचुनाव में कांग्रेस ने षड़यंत्र रचते हुए मुझे जेल में डाल दिया और मेरे परिवार वालों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और प्रत्याशी व बूथ की खरीद-फरोख्त की गई. इस चित्रकोट उपचुनाव में ऐसा नहीं होने दिया जाएगा'.
बता दें, कि बस्तर की जेलों मे बंद निर्दोष आदिवासियों की रिहाई को लेकर प्रदेश में राजनीति गरमाई हुई है. एक तरफ जहां प्रदेश सरकार निर्दोष आदिवासियों की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा सरकार को दोषी ठहरा रही है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा के नेता आदिवासियों की फर्जी तरीके से गिरफ्तारी पर प्रशासनिक अधिकारियों को इसका जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और उन पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.