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क्या हुआ तेरा वादा: 6 महीने बीत गए सीएम साहब, अब भी है इंतजार - कांग्रेस की सरकार

रमन सरकार में महारानी अस्पताल को शहर से 12 किलोमीटर दूर डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया था. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भूपेश सरकार ने महारानी अस्पताल में फिर से चालू करने की बात कही थी.

अस्पताल के बाहर फेंका कबाड़
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Published : Jun 6, 2019, 2:03 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: बस्तर संभाग के सबसे बड़े हॉस्पिटल महारानी अस्पताल का हाल बेहाल है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपना पहला दौरा जगलपुर में किया था. जहां उन्होंने मां दंतेश्वरी का आशीर्वाद लेकर लोगों को संबोधित किया था. सभा में सीएम ने महारानी अस्पताल को 6 महीने के भीतर फिर से शुरू करने का वादा किया था.

6 महीने बीत गए सीएम साहब, अब भी है इंतजार

मुख्यमंत्री के वादे का आज 6 महीना भी पूरा हो गया है. अस्पताल शुरू होना तो दूर स्थानीय बताते हैं अगर ऐसे ही काम चलता रहा तो अभी एक साल और लग जाएंगे. हालांकि, अस्पताल में नया ओपीडी का निर्माण कार्य जारी है. दरअसल, रमन सरकार में महारानी अस्पताल को शहर से 12 किलोमीटर दूर डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया था. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

स्थानीय प्रशासन पर आरोप
मामले में युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और लंब समय से अस्पताल के लिए लड़ाई लड़ रहे सुशील मौर्य का कहना है कि, स्थानीय प्रशासन सरकार को सही सूचना न देकर उन्हें गुमराह कर रही है. मौर्य का आरोप है कि जिले में बड़े पदों पर आरएसएस विचारधारा के अधिकारी बैठे हैं, जो न तो सरकार को ठीक से काम करने दे रहे हैं और न ही उन्हें सही सूचना दे रहे हैं. जिसके कारण महारानी अस्पताल को फिर से शुरू करने में देरी हो रही है.

लोगों के साथ छलावा
इधर, बीजेपी के स्थानीय नेता संग्राम सिंह राणा का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कभी भी महारानी अस्पताल को बंद करने की घोषणा नहीं की थी. राणा ने कहा कि कांग्रेस बेवजह इस मुद्दे को हवा दे रही है. नये मुख्यमंत्री के घोषणा के 6 महीने बीत गए हैं, लेकिन आज तक अस्पताल में निर्माण कार्य पूरे नहीं हुए हैं.

जगदलपुर: बस्तर संभाग के सबसे बड़े हॉस्पिटल महारानी अस्पताल का हाल बेहाल है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपना पहला दौरा जगलपुर में किया था. जहां उन्होंने मां दंतेश्वरी का आशीर्वाद लेकर लोगों को संबोधित किया था. सभा में सीएम ने महारानी अस्पताल को 6 महीने के भीतर फिर से शुरू करने का वादा किया था.

6 महीने बीत गए सीएम साहब, अब भी है इंतजार

मुख्यमंत्री के वादे का आज 6 महीना भी पूरा हो गया है. अस्पताल शुरू होना तो दूर स्थानीय बताते हैं अगर ऐसे ही काम चलता रहा तो अभी एक साल और लग जाएंगे. हालांकि, अस्पताल में नया ओपीडी का निर्माण कार्य जारी है. दरअसल, रमन सरकार में महारानी अस्पताल को शहर से 12 किलोमीटर दूर डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया था. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

स्थानीय प्रशासन पर आरोप
मामले में युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और लंब समय से अस्पताल के लिए लड़ाई लड़ रहे सुशील मौर्य का कहना है कि, स्थानीय प्रशासन सरकार को सही सूचना न देकर उन्हें गुमराह कर रही है. मौर्य का आरोप है कि जिले में बड़े पदों पर आरएसएस विचारधारा के अधिकारी बैठे हैं, जो न तो सरकार को ठीक से काम करने दे रहे हैं और न ही उन्हें सही सूचना दे रहे हैं. जिसके कारण महारानी अस्पताल को फिर से शुरू करने में देरी हो रही है.

लोगों के साथ छलावा
इधर, बीजेपी के स्थानीय नेता संग्राम सिंह राणा का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कभी भी महारानी अस्पताल को बंद करने की घोषणा नहीं की थी. राणा ने कहा कि कांग्रेस बेवजह इस मुद्दे को हवा दे रही है. नये मुख्यमंत्री के घोषणा के 6 महीने बीत गए हैं, लेकिन आज तक अस्पताल में निर्माण कार्य पूरे नहीं हुए हैं.

Intro:जगदलपुर। प्रदेश में सरकार बदली तो लोगों को लगा कि दिन बदलेंगे खासकर स्वास्थ्य सुविधा को लेकर और शायद यही उम्मीद बस्तर वासियों को भी थी और यही वजह है कि जगदलपुर वासियों ने कांग्रेस पर भरोसा जताकर उनके उम्मीदवार रेखचंद जैन को 27 हजार के प्रचंड बहुमत से जिताया । और कांग्रेस ने कई ऐसे वादे कर दिए जो आम आदमी की प्रमुख समस्याओं में से एक थी । पर उसका निराकरण आज समय सीमा बीत जाने के बाद भी नहीं किया जा सका है। हम बात कर रहे हैं जगदलपुर स्थित महारानी अस्पताल की जिसे पुरानी सरकार ने शहर वसे 12 कि.मी दूर डिमरापाल मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद लगभग बंद कर दिया था । और भूपेश सरकार ने इसे 6 महीने में ही दोबारा उसके पूर्व स्थिति में लाने की बात कही थी।


Body:वो1- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनीऔर उम्मीद से अधिक विधायक जीत कर आए। सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने पहले दौरे के लिए बस्तर को चुना और 1 जनवरी को उन्होंने मां दंतेश्वरी मंदिर के परिसर में बस्तर वासियों को संबोधित किया । इस दौरान स्थानीय विधायक रेखचंद जैन ने उन्हें जगदलपुर की सबसे बड़ी समस्या के तौर पर महारानी अस्पताल के बंद होने की जानकारी दी जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री ने मंच से ही घोषणा की कि आज से ठीक 6 महीने के भीतर महारानी अस्पताल को उसके पूर्व स्थिति में कर दिया जाएगा और वहां पर पहले से भी बेहतर स्वास्थ सुविधा शहरवासियों को मुहैया करवाई जाएगी । इस घोषणा के बाद महारानी अस्पताल परिसर में 100 सीटर की सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल बनाने की मंजूरी मिल गयी । लेकिन आज पर्यान्त तक यह अस्पताल पुरा नही हो सका है। लिहाजा यहां पहुचने वाले मरीज बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नही मिल पाने से शहर से 12 किलोमीटर दूर डिमरापाल अस्पताल जाने को मजबूर है। स्थानीय लोगो का कहना है कि सरकार से उम्मीद थी कि अपने तय समय के मुताबिक महारानी अस्पताल का कायाकल्प बदल जायेगा और लोगो को बेहतर स्वास्थ्य मिल पायेगी। लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। और अस्पताल की दशा देख कर ऐसा लगता है कि इस अस्पताल को पूरा होने में और साल भर का समय लग सकता है।

बाईट1- अमन मानिकपुरी, स्थानीय 'चेक शर्ट पहने हुए '

वो2- पुरानी सरकार के वक्त महारानी अस्पताल के लिए लंबी लड़ाई लड़ने वाले युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सुशील मौर्य से जब इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने पूरा आरोप स्थानीय प्रशासन व शीर्ष में बैठे अधिकारियों पर मढ़ते हुए कहा कि स्थानीय प्रशासन सरकार को गुमराह कर रही है। और प्रशासनिक बड़े पदों पर आरएसएस विचारधारा के लोग बैठे हैं । जिनकी सूची तैयार कर उनका स्थानांतरण किया जाना है। वहीं सुशील मौर्य ने भी अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने में किए जा रहे प्रयास को गलत ठहराते हुए कहा कि महारानी अस्पताल का जो भवन है उसमें बेहतर सुविधाएं दी जा सकती थी पर ऐसा न करके पहले भवन की स्थिति को सुधारा जा रहा है जबकि सबसे पहले वहां आवश्यक उपकरण को व्यवस्थित और पर उपलब्ध करवाना जाना चाहिए था ।

बाईट2- सुशील मौर्य,प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस

वो3- वहीं भाजपा के स्थानीय नेता संग्राम सिंह राणा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पहले इस बात की घोषणा की थी कि महारानी अस्पताल कभी बंद नहीं होगा इस मुद्दे को कांग्रेस गलत तरीके से प्रचारित कर रही है । और बेवजह इसे चुनाव का मुद्दा बनाकर अस्पताल के नाम पर वोट बटोरी है । 6 महीने बीत गए हैं बावजूद इसके अब तक स्ट्रक्चर का काम पूरा नहीं किया जा सका है ऐसे में कांग्रेस आम जनता के साथ छल कर बेहतर स्वास्थ सुविधा देने के नाम पर बेहूदा मजाक कर वादाखिलाफी कर रही है।

बाईट3-संग्राम सिंह राणा, बीजेपी नेता 'चश्मा पहने हुए '




Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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