जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए इस साल के सबसे बड़े नक्सली हमले में 17 जवान शहीद हो गए हैं. वहीं 15 जवान घायल हैं. जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ बीते शनिवार दोपहर करीब 1 बजे कसालपाड़ के जंगलो में हुई. 3 घंटे दोनों ओर से फायरिंग होती रही, जिसमें 17 जवान शहीद हो गए हैं. इस मुठभेड़ में 8 से 10 नक्सली नेताओं के मारे जाने का दावा भी बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने किया है.
बस्तर आईजी ने बताया कि 'नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना पर DRG- STF और कोबरा के करीब 600 जवान सर्चिंग पर निकले थे. इस दौरान दोपहर करीब 1 बजे जवानों का सामना नक्सलियों से हो गया. करीब 250 नक्सलियों ने जवानों पर हमला किया. जिसमें 17 जवान शहीद हो गए और 15 जवान घायल हुए हैं'.
आईजी ने बताया कि 'शहीद जवानों के शवों को पुलिस ने रविवार को जंगल से रिकवर किया है. पुलिस की यह मुठभेड़ नक्सलियों के पीएलजीए प्लाटून नंबर 1 से हुई है. लगभग 600 जवानों की टीम सर्चिंग के लिए अलग-अलग टुकड़ियों में बंट गई थी. जिसके बाद मीनपा और कसालपाड़ के बीच नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी'.
बड़े नक्सली लीडर मारे जाने की खबर
आईजी ने आगे बताया कि 'जवानों और नक्सलियों के बीच आमने-सामने मुठभेड़ हुई. जिसमें जवानों ने भी 8 से 10 नक्सलियों को मार गिराया है. हालांकि पुलिस नक्सलियों के शव बरामद नहीं कर पाई है. लेकिन इनपुट से मिली जानकारी के मुताबिक बड़े नक्सली लीडर मारे गए हैं. यह इस साल का सबसे बड़ा नक्सली हमला है'.
DRG के 12 जवान शहीद
बस्तर के इतिहास में पहली बार DRG यानि कि डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड के जवानों को इतना बड़ा नुकसान हुआ है. शहीद 17 जवानों में से 12 जवान DRG के हैं. DRG स्थानीय युवकों द्वारा बनाया गया सुरक्षा बलों का एक दल है, जो की नक्सलियों के खिलाफ सबसे अधिक प्रभावी रहा है. नक्सलियों द्वारा जवानों के 15 हथियार भी लुटे गए हैं. जिनमें AK-47, इंसास, LMG और UBGL जैसे हथियार हैं. बस्तर आईजी ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी रहेगा.