गरियाबंद: झीरम हमले में शहीद हुए कांग्रेस नेताओं को जगह-जगह श्रद्धांजलि दी गई. जहां कांग्रेस भवन में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में श्रद्धांजलि कार्यक्रम किया गया. तो वहीं जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने राजिम में कांग्रेस नेताओं के साथ श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया. इसके अलावा जिला कलेक्ट्रेट में अधिकारी कर्मचारियों ने हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए आतंकवाद के खिलाफ डटकर मुकाबला करने की शपथ ली.
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पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी, एडिशनल एसपी, सहित जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ चल रही लड़ाई में जीत के लिए पूरी तरह समर्पित रहने की शपथ ली. इसके अलावा सभी ब्लॉक मुख्यालयों में चुनिंदा कांग्रेसी सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने शहीद नेताओं को श्रद्धांजलि देते रहे.
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कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व हो गया था खत्म
25 मई 2013 को बस्तर के झीरम घाटी में शहीद कांग्रेसियों को मंगलवार को गरियाबंद कांग्रेस भवन में श्रद्धांजलि दी गई. ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गरियाबंद ने झीरम घाटी में शहीद हुए कांग्रेसी नेताओं के फोटो पर माल्यार्पण करते हुए पुष्प अर्पित किया और श्रद्धांजलि दी. जिसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरेंद्र देवांगन, ओम राठौर, सेवाराम गुप्ता, के साथ ब्लॉक कांग्रेस हाफिज खान, नादिर कुरैशी नागेश गजभिए रमेश मेश्राम प्रेम सोनवानी अवध राम यादव नंदनी त्रिपाठी शगुफ्ता रिजवी विमला साहू सविता गिरी, सरोजिनी रात्रे सौरभ ठाकुर नंदू गोस्वामी अलीम खान बाबा सोनी उपस्थित रहे. इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हाफिज खान ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेताओं की पहली पंक्ति इस हमले में शहीद हो गए. विद्याचरण शुक्ल, नंद कुमार पटेल, महेंद्र कर्मा समेत कई बड़े नेताओं को हमने खोया. अपने नेताओं को बे समय नक्सल हमले में खोने का गम क्या होता है यह कांग्रेसी ही जान सकते है.