गरियाबंद : जिले के कुंडेलभाटा धान संग्रहण केंद्र में नियमों को ताक पर रखकर काम किया जा है. संग्रहण केंद्र में धान रखने के लिए बड़ी मात्रा में भूसा की जरूरत पड़ती है. जिम्मेदार अधिकारियों के पास में धर्मकांटा लगे होने के बावजूद बिना तौल किए ही भूसा लिया जा रहा है. जानकारों का मानना है कि ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए अधिकारी ऐसा कर रहे है.
हालांकि अधिकारी इस मामले में कुछ और ही दलील पेश कर रहे हैं. जिले भर के धान खरीदी केंद्रों में खरीदी होने के बाद आधा धान सीधे राइस मिलर के यहां मिलिंग के लिए जाता है. लेकिन आधा धान संग्रहण के लिए जिले से धान संग्रहण केंद्र कुंडलभाटा भेजा जाता है.
लगभग 55 एकड़ में फैले इस विशाल धान संग्रहण केंद्र में हर साल सैकड़ों ट्रक भूसा खरीदा जाता है. ताकि धान को नीचे जमीन पर न रखना पड़े. एक परत भूसा से भरे बोरो को बिछाने के बाद उसके ऊपर धान का स्टॉक लगाया जाता है. लेकिन इस साल सैकड़ों ट्रक भूसा बिना तौल किए ही खरीदने का आरोप संग्रहण केंद्र प्रभारी पर लग रहे हैं.
'ट्रकों की संख्या हो जाती है ज्यादा'
संग्रहण केंद्र प्रभारी का कहना है कि 'धर्मकांटे के पास ट्रकों की संख्या ज्यादा हो जाती है. जिसकी वजह से ड्राइवरों के बीच मारपीट हो जाती है. इसलिए बिना तौल के भूसा लिया जा रहा है'.