गरियाबंद: छत्तीसगढ़ में ग्राम पंचायत सचिवों की हड़ताल जा रही है. पंचायत सचिवों की हड़ताल जल्द खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. सचिवों ने आने वाले दिनों में और उग्र आंदोलन की रणनीति बनाई है. मुख्यमंत्री से बीजापुर में मुलाकात के बावजूद कोई सकारात्मक पहल नहीं निकल पाया. इसी के तहत ETV भारत की टीम ने पंचायत सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष तुलसी साहू से खास बातचीत की.
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तुलसी साहू ने ETV भारत से कहा कि जिला मुख्यालयों में कल से भूख हड़ताल की जाएगी. सचिव संघ यह भी कहता है कि मुख्यमंत्री सकारात्मक पहल करते हैं, तो हड़ताल तत्काल खत्म हो सकती है. ग्राम पंचायत सचिव की हड़ताल से ग्राम पंचायतों का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है. रोजगार सहायक भी हड़ताल में शामिल हो गए हैं. मनरेगा भी संचालित नहीं हो पा रहा. कोरोना काल अभी समाप्त नहीं हुआ है. ऐसे में छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों के लिए पंचायत सचिवों की हड़ताल से कई काम पेंडिंग पड़े हैं.
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'किसी सरकार ने इंसाफ नहीं दिया'
ETV भारत ने पंचायत सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष से कोरोना काल में हड़ताल को लेकर सवाल किया. उनका कहना था कि 1995 से सरकार के लिए काम कर रहे हैं. हमारे बाद और हमसे बहुत कम काम करने वालों का नियमितीकरण हो गया. हम कई साल से मांग कर रहे हैं. बावजूद इसके हमें अब तक किसी सरकार ने इंसाफ नहीं दिया.
26 जनवरी तक आंदोलन की रणनीति
प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री से मिलने के बावजूद कोई सकारात्मक पहल नहीं किया गया. ऐसे में आंदोलन खत्म नहीं होगा. हां अगर वहां से सकारात्मक पहल हो तो अगले दिन ही आंदोलन खत्म किया जा सकता है. वैसे हमने 26 जनवरी तक के आंदोलन की रणनीति बना रखी है.