बिलासपुर: डिजिटल अरेस्ट कर छात्रा से दस लाख की ठगी की गई है. फोन करने वाले आरोपी ने छात्रों को जेल भेजने की धमकी देकर झांसे में लिया. ठगों के झांसे में आई छात्रा ने डरकर दस लाख की रकम ट्रांसफर कर दी. छात्रा को जब लगा कि उसे ठगा गया तब उसने रेंज सायबर थाना में शिकायत दर्ज कराई. पीड़ित छात्रा ने अपने रिश्तेदारों तक से पैसा लेकर ठगों के बताए गए खाते में पैसे ट्रांसफर किए.
डिजिटल अरेस्ट कर ठगी: पीड़ित छात्रा के मुताबिक उसके फोन पर अंजान शख्स का कॉल आया. फोन करने वाले रौबदार आवाज में बताया कि उसके खाते से लाखों की रकम का लेन देन किया गया है. आरोपी ने धमकी देते हुए ये भी बताया कि उसके आधार कार्ड नंबर का भी गलत इस्तेमाल किया गया है. पीड़ित छात्रा के मुताबिक आरोपी ने कहा कि उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल करने वाले लोग ड्रग तस्करी में पकड़े गए हैं.
छात्रा के पास जो फोन आया था उसमें ये कहा कि पूरे मामले की जांच सीबीआई और ईडी की टीम कर रही है. छात्रा को धमकी भी दी गई थी कि वो इस बात की जानकारी किसी को नहीं दे. छात्रा के डर का फायदा उठाकर आरोपी ने उसके बैंक की डिटेल ले ली. जांच के नाम पर छात्रा से पैसे भी अलग अलग खातों में ट्रांसफर करा लिए. - अक्षय प्रमोद सबद्रा, रेंज साइबर थाने के प्रभारी अधिकारी
कैसे हुआ ठगी का खुलासा: डिजिटल अरेस्ट करने वाले और ज्यादा रकम की मांग कर रहे थे. इस बात की जानकारी छात्रा ने अपने परिजनों को दी. जिसके बाद परिजन छात्रा के साथ रेंज सायबर थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई. रेंज साइबर थाने के प्रभारी अधिकारी आईपीएस और कोतवाली सीएसपी अक्षय प्रमोद सबद्रा ने बताया कि ठग ठगी के लिए नए नए तरीके अपना रहे हैं. झूठे केसों में फंसाने की धमकी देकर पैसे ऐंठ रहे हैं. इस तरह की घटनाओं को लेकर पुलिस ने लोगों को आगाह किया है. पुलिस का भी कहना है कि अनजान कॉल आने पर फोन नहीं उठाएं. अगर फोन उठा भी लेते हैं तो गोपनीय जानकारी नहीं दें.