दुर्ग: वीर बाल दिवस के मौके पर दुर्ग के सभी स्कूलों में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सबसे भव्य आयोजन दुर्ग के खालसा स्कूल में हुआ. स्कूलों में बच्चों को श्री गोविंद सिंह जी के बेटों की शहादत को याद करते हुए उनको नमन किया गया. साल 2022 में पीएम मोदी ने ये निर्देश दिया था कि सभी स्कूलों में 26 जनवरी के दिन वीर बाल दिवस भव्य तरीके से मनाया जाए.
वीर बाल दिवस पर सुनाई सपूतों की कहानी: वीर बाल दिवस के मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी खुद स्कूल में मौजूद रहे. बच्चों को वीर बाल दिवस के बारे में विस्तार से बताया. जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले छात्रों की बहादुरी के किस्से भी सुनाए. जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि सभी बच्चों को हमेशा अपने कर्तव्य की राह पर चलना चाहिए. रंगारंग प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विजेताओं को सम्मानित भी किया गया.
खालसा पब्लिक स्कूल में आयोजन: खालसा पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष राजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी के बेटे जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह ने मुगलों के आगे झुकने से इंकार कर दिया था. धर्म की रक्षा के लिए दोनों ने अपने प्राण त्याग दिए. मुगलों ने गुरु गोविंद सिंह जी के दोनों साहिबजादों को जिंदा दीवार में चुनवा दिया था. राजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने वीर बाल दिवस मनाने का फैसला किया है वो काबिले तारीफ है. इतिहास की घटनाओं से न सिर्फ हमें सबक मिलती है बल्कि उनके बलिदान से भी हमें सीख लेने को मिलता है.