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ओडिशा के लोग छत्तीसगढ़ के जंगल में कर रहे कब्जा, जंगली जीवों का भी कर रहे शिकार

वन विभाग ने पेड़ काट कर भूमि अधिग्रहण करने के मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया है.

गिरफ्तार 16 आरोपी.
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Published : Jul 18, 2019, 2:20 PM IST

Updated : Jul 18, 2019, 6:16 PM IST

गरियाबंद: जिले से लगे ओडिशा सीमा से लगातार पेड़ कटाई, लकड़ी चोरी और भू माफियों के दखल की खबरें आती रहती हैं. इसी कड़ी में वन विभाग ने पेड़ काट कर भूमि अधिग्रहण करने के मामले में ओडिशा के रहने वाले 16 लोगों को गिरफ्तार किया है.

वन विभाग ने 16 लोगों को किया गिरफ्तार

जिले के उदंती अभ्यारण्य में लगातार पेड़ों की अवैध कटाई और भू माफियाओं द्वारा जमीन कब्जा करने की शिकायत सामने आते रहती है. उंदती के सीतानदी के इलाके में ओडिशा के लोगों ने पेड़ काट कर कुछ जमीन पर कब्जा कर लिया था. वहां झोपड़ियां बना कर रहना भी शुरू कर दिया था. शिकायत पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पेड़ काटने और सरकारी जमीन के अवैध कब्जे के मामले में 16 लोगों को हिरासत में लिया है.

5 एकड़ की भूमि में कर रहे खेती
इन आरोपियों ने मौके पर घर ही नहीं बनाए बल्कि खेती करनी भी शुरू कर दी. सभी ने यहां पर 5 एकड़ की भूमि को समतल कर वहां खेती करनी शुरू कर दी थी. इसके बावजूद विभाग की नींद नहीं खुली थी.

जंगली जानवर फंसाने के फंदे बरामद
आरोपियों से 6 बसुला, 14 कुल्हाड़ी, 1 फरसी, 5 फावड़ा, 2 आरी, 3 धनुष, 6 तीर, मोर फंसाना का एक फंदा, खरगोश के लिए 2 फंसे, जंगली सुअर का एक फंदा, 4 हसिया, 1 सब्बल और 5 मोटरसाइकल बरामद हुआ है.

गरियाबंद: जिले से लगे ओडिशा सीमा से लगातार पेड़ कटाई, लकड़ी चोरी और भू माफियों के दखल की खबरें आती रहती हैं. इसी कड़ी में वन विभाग ने पेड़ काट कर भूमि अधिग्रहण करने के मामले में ओडिशा के रहने वाले 16 लोगों को गिरफ्तार किया है.

वन विभाग ने 16 लोगों को किया गिरफ्तार

जिले के उदंती अभ्यारण्य में लगातार पेड़ों की अवैध कटाई और भू माफियाओं द्वारा जमीन कब्जा करने की शिकायत सामने आते रहती है. उंदती के सीतानदी के इलाके में ओडिशा के लोगों ने पेड़ काट कर कुछ जमीन पर कब्जा कर लिया था. वहां झोपड़ियां बना कर रहना भी शुरू कर दिया था. शिकायत पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पेड़ काटने और सरकारी जमीन के अवैध कब्जे के मामले में 16 लोगों को हिरासत में लिया है.

5 एकड़ की भूमि में कर रहे खेती
इन आरोपियों ने मौके पर घर ही नहीं बनाए बल्कि खेती करनी भी शुरू कर दी. सभी ने यहां पर 5 एकड़ की भूमि को समतल कर वहां खेती करनी शुरू कर दी थी. इसके बावजूद विभाग की नींद नहीं खुली थी.

जंगली जानवर फंसाने के फंदे बरामद
आरोपियों से 6 बसुला, 14 कुल्हाड़ी, 1 फरसी, 5 फावड़ा, 2 आरी, 3 धनुष, 6 तीर, मोर फंसाना का एक फंदा, खरगोश के लिए 2 फंसे, जंगली सुअर का एक फंदा, 4 हसिया, 1 सब्बल और 5 मोटरसाइकल बरामद हुआ है.

Intro:बाघ के लिए संरक्षित छत्तीसगढ़ के जंगल को काट कर उड़ीसा के लोग कर रहे थे जमीन पर कब्जा, 16 गए जेल

एंकर--उड़ीसा के वन तस्कर ना सिर्फ छत्तीसगढ़ के जंगलों में लकड़ी काट रहे हैं बल्कि यहां की भूमि पर भी कब्जा करने में लगे हुए हैं ऐसे 16 आरोपियों को टाइगर रिजर्व में जंगल काटकर कब्जा करते रिजर्व प्रबंधन के अधिकारियों ने पकड़ा और उन्हें जेल भेज दिया गया इससे पहले भी उड़ीसा के लोगों द्वारा इस तरह के कार्य किया जा चुका है दरअसल गरियाबंद जिले की सीमा तीन तरफ से उड़ीसा प्रांत से लगती है ऐसे में कई बार यहां सीमा विवाद की स्थिति भी बनती है उदंती सीतानादी इलाके में एक बार फिर दोनों प्रदेश की सीमा के जंगल को उड़ीसा के लोगों ने काट कर वहां कब्जा करने का प्रयास किया लंबे समय से जंगल काटने के बाद जब वन विभाग को इसकी भनक लगी तो वन विभाग के अधिकारियों की निगरानी में एक दल घटनास्थल पहुंचा वहां 16 लोग एक साथ जंगल काटने और जमीन पर कब्जा करने में लगे हुए थे उन्होंने छत्तीसगढ़ इलाके में जंगल सफाया कर झोपड़ियां तक बना ली थीBody:ल - उदंती सीतानदी टाईगर रिर्जव के दक्षिण उदंती अभ्यारण्य के कोर घने जंगल के भीतर पिछले कुछ माह से ओडिसा प्रदेश से छत्तीसगढ के जंगलो के भीतर कीमती वृक्षो को काटकर जमीन कब्जा करने वाले गिरोह सक्रिय है इन गिरोह पर आज वन विभाग ने बडी कार्यवाही करते हूए टाईगर रिर्जव के जंगल के भीतर कीमती वृक्षो को काटकर अवैध कब्जा करने वालों ओडिसा प्रदेश के 16 लोगो को भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26 (क)(च) 33,52 एंव वन्य जीव सरंक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9,27, 29,31, 38, (क) एंव 51 के तहत कार्यवाही करते हूए न्यायालय मे पेश कर जेल भेजा गया है ज्ञात हो कि उदंती सीतानदी टाईगर रिर्जव जैसे महत्वपूर्ण जंगल के कोर ऐरिया दक्षिण ंउदंती अभ्यारण्य के करलाझर सर्कर के पुजीपत्थरा बीट कक्ष क्रमांक 54 मंे पिछले कुछ माह से ओडिसा प्रदेश से पहुचकर बडी संख्या में लोग जगल के भीतर अवैध कब्जा करते हूए सैकडो कीमती हरे भरे वृक्षो को काटकर जंहा लगभग 16 झोपडियो का निर्माण कर आसपास के घने जंगल क्षेत्र में हलचलाकर खेती कर अवैध कब्जा कर अतिक्रमण कर रहे थे लगभग 5 एकड जमीन के भीतर ओडिसा प्रदेश से पहुचे तस्करों का गिरोह सैकडो वृक्षो को बुरी तरह से काटकर खेती करने की तैयारी कर रहे थे जिसकी जानकारी वन विभाग को लगते ही सहायक संचालक उदंती सीतनदी टाईगर रिर्जव आर.एन.सोरी वन परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण उदंती टी आर नरेटी, परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाडीघाट आर .एल.पटेल, परिक्षेत्र अधिकारी एन के ंगगबेर के नेतृत्व में संयुक्त चार परिक्षेत्रो के वन अधिकारी कर्मचारियो की दल गठन कर अवैध कब्जा कर रहे लोगो पर बडी कार्यवाही की गई है वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण उदंती अभ्यारण्य के करलाझर सर्कर के पुंजी पत्थरा गोडेना फाल के समीप बिहड जंगल में ओडिसा प्रदेश के जमीन पर कब्जा करने वाले लोगो पर कार्यवाही की गई है इस कार्यवाही में सहायक परिक्षेत्र अधिकारी करलाझर लोचन निर्मलकर, बाबूलाल यादव, राहूल कुमार, टंकेश्वर देवांगन, मनोज धु्रव, अनुप जांगडे, सुरेश साहू, नवलराम यादव, हरिश्चंन्द्र राजपूत, रोहित निषाद, शिव साहू, श्रीमती टंकेश्वरी साहू, सुश्री रिंकी जोशी, राकेश मार्केण्ये, चुरामन लाल घृत लहरे, वन विभाग के टीम में शामिल थे ।
ओडिसा के इन लोगो पर की गई कार्यवाही और भेजे गये जेल
टाईगर रिर्जव के दक्षिण उंदती अभ्यारण्य के भीतर जंमीन पर झोपडी बनाकर अवैध कब्जा करने वाले प्रकरण पी ओ आर 14211/24 दिंनाक 16/07/2019 को आरोपी अनुरंिसह पिता चैतन मांझी जाति गांेड उम्र 36 वर्ष ,छत्तर सिंह पिता करणसिंह गोड उम्र 25 वर्ष ,चमार सिंह पिता चैतुराम जांति गोंड उम्र 25 वर्ष ,गुरूवारू पिता सनुहर जाति गांेड उम्र 27 वर्ष, फुलुसराम पिता टालाराम जाति गोंड उम्र 50 वर्ष , अकबर पिता बजर राम जाति गोंड उम्र 40 वर्ष ,बीजुराम पिता मंगलुराम जाति कमार उम्र 52 वर्ष , नवलुराम पिता मंगलुराम जाति गोंड उम्र 64 वर्ष सभी ग्राम अछला पोस्ट गोना थाना रायघर नवरंगपुर ओडिसा निवासी एंव सुबल पिता आशाराम जाति गोंड 20 वर्ष ,रामंचन्द्र पिता गयाराम जाति गोडं उम्र 35 वर्ष ,रायनुराम पिता लक्ष्मण जाति गोंड उम्र 40 वर्ष ,चक्रोधर पिता केदार जाति गोंड उम्र 26 वर्ष ,लक्ष्मण पिता भोलोराम जाति गोंड उम्र 20 वर्ष ,आशाराम पिता बाटूलाल जाति गोंड उम्र 50 वर्ष, परसोराम पिता कमलूराम जाति गोंड उम्र 50 वर्ष, पुनउ राम पिता केशव राम जाति गोंड उम्र 62 वर्ष ,रायघर जिला नवरंगपुर सभी 16 आरोपी ओडिसा प्रदेश के है और इनके पास से बसुला - 6 नग, कुल्हाडी - 14 नग, फरसी - 1 नग, आरी - 2 नग, धुनष - 3 नग, तीर - 6 नग, फावडा -5 नंग,मयूर फसाने का फंदा- 1 नग, खरगोश फंदा - 2 नग, सुअर          फंदा - 1 नग , हसिया- 4 नग, सब्बल - 1 नग एवं मोटर सायकल - 5 नग वन विभाग ने जब्त किया और 16 जुलाई को आरोपियो को मैनपुर वन विभाग लाया गया जंहा पुरी कार्यवाही करने के बाद आज 17 जुलाई बुधवार को न्यायालय में पेश कर सभी आरोपियो को जेल भेज दिया गया है ।
पिछले कुछ वर्षो से ओडिसा प्रदेश के लोग छत्तीसगढ के जंगल में कर रहे है कब्जा
उलेखनीय है कि उदंती सीतानदी टाईगर रिर्जव क्षेत्र ओडिसा प्रदेश के सीमाओ से लगा हुआ है और छत्तीसगढ के ंजंगल मे पिछले कुछ वर्षो से ओडिसा प्रदेश से लकडी तस्कर पहुचकर जंहा एक ओर किमती जगंलो को बडे पैमाने पर नुकसान पहुचा रहे है वही छत्तीसगढ के जंगल के भीतर कीमती जमीनों पर भी कब्जा करने से नही चुक रहे है वन विभाग द्वारा पूर्व में भी कार्यवाही अवैध कटाई की की जाती रही है लेकिन वह कार्यवाही पर्याप्त नही होने के कारण ओडिसा के जमीन को कब्जा करने वालो के हौसले बुंलद होेते जा रहे है और आलम यह है कि उदंती अभ्यारण्य टाईगर रिर्जव के भीतर जिसके अंदर जंगल में आने जाने के लिए लोगो को बकायदा अनुमति लेना पडता है ऐसे कीमती जंगलो केा भी कब्जा करने में पिछे नही हट रहे है जिसका परिणाम सामने दिख रहा है उदंती अभ्यारण्य के भीतर 16 झोपडियो का निर्माण कुछ दिनों में नही किया जा सकता यह लम्बे समय से कब्जा किया जा रहा है और बडे पैमाने पर कीमती वृक्षो को काटकर नुकसान पहुचाया गया है जो सोचनीय तथ्य है।
उलेखनीय है कि ओडिसा प्रदेश से पहुचे अभ्यारण्य क्षेत्र में राजस्व वन्य ग्रामों के आसपास के जंगलो को काटकर जगंल की जमीन पर बलात अतिक्रमण करने वाला गिरोह पिछले कुछ माह से सक्रिय है ऐसे जगलो का विनाश करने वाला गिरोह लगातार छत्तीसगढ के टाईगर रिर्जव क्षेत्र के गहन जंगलो में जंगल काटकर अपनी अतिक्रमण की फसल तैयार करने में जुटा हुआ है गौरतलब बात ये है कि सुदुर वन क्षेत्र अंचल के लिए मैदानी स्तर पर वन प्रशासन के अनेक नुमायिदे तैनात है किन्तु जंगल क्षेत्र मे ंहो रही वनो की अवैध कटाई और फिर उस पर उनका कब्जा इलाके के पर्यावरण की दृष्टि कोण से घातक तो है हि वही दुसरी तरफ अभ्यारण्य क्षेत्र के जंगलो पर चल रही अवैध कटाई से जंगलो के सिमटते दायरे वन्य प्राणी संरक्षण के वन विभाग के नारे को कमजोर कर रहे है ऐसे में लाखो करोडो फुकने के बाद भी वन्य प्राणियो के सरंक्षण और वन सुरक्षा के वन विभाग के जतन पर सवाले निशान खडा करता हैं।Conclusion:
Last Updated : Jul 18, 2019, 6:16 PM IST
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