गरियाबंद: मूंगझर पंचायत एक बार फिर सुर्खियों में है. यहां मां और बेटी तीसरी बार पंचायत चुनाव में आमने-सामने हैं. पिछले दो चुनाव में मां सुशीला बाई कश्यप का पलड़ा भारी रहा है. सुशीला बाई 2010 से गंव की सरपंच हैं और पिछली बार उसने अपनी बेटी मंजू को 6 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी.
सुशीला ने कहा- 'काम के बल पर जीतेंगे'
एक बार फिर आमने-सामने होने पर मां सुशीला का दावा है कि वे अब घर के साथ-साथ पूरे गांव की मुखिया हैं. सुशीला कहती हैं कि उन्होंने अपने दो कार्यकाल में विकास के बहुत से काम किए हैं इसलिए इस बार भी ग्रामीण उन्हें सरपंच के रूप में देखना चाहते हैं. उनका दावा है कि एक बार फिर वे जीत दर्ज करेंगी.
मंजू ने मां पर लगाए आरोप
बेटी मंजू भी इस बार पूरे दम-खम के साथ चुनावी मैदान में उतरी है. चुनाव जीतने के लिए जहां वे लोगों से घर-घर जाकर मिल रही हैं, वहीं अपनी मां यानी कि सरपंच सुशीला पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
बहनों ने मंजू की जीत का दावा किया
मंजू के लिए इस बार सबसे बड़ी ताकत उसकी 4 अन्य बहने हैं, जिनमें से एक तो उसी गांव में रहती है और रिश्ते में उसकी देवरानी भी लगती है. इस बार ये सभी मंजू का साथ दे रही हैं, जो पिछले चुनाव में मां के साथ थीं. बहनों का दावा है कि इस बार चुनाव में वे मां को हराएंगी.
रिश्तों में आई दरार
मंजू की बहन प्रीति बताती हैं कि मां पर फिर से सरपंच बनने का जुनून ऐसा सवार है कि चारों बहनों ने इस बार बड़ी बहन को अवसर देने मां के पैर तक पकड़े मगर वह पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. मुंगझर के इस चुनावी दंगल में परिणाम चाहे जो भी आएं लेकिन कुर्सी ने मां-बेटी के रिश्ते में दरार जरूर डाल दी है.