गरियाबंद: छत्तीसगढ़ सरकार पुराने खेलों को जीवित रखने के लिए राजिम पुन्नी मेला में खेलगढ़िया कार्यक्रम का आयोजन किया है, जहां प्रदेश के पारंपरिक और पुराने खेलों के लिए एक विशेष पंडाल लगाया गया है. पंडाल में बच्चे, बूढ़े और युवक सभी वर्ग खेल में हिस्सा लेकर उसका आनंद ले रहे हैं. यहां बच्चे गेड़ी चढ़ते, फुगड़ी, बिल्लस और गोटा खेलते नजर आ रहे हैं.
राजिम में आयोजित माघी पुन्नी मेले में श्रद्धालुओं के लिए खेलगढ़िया पंडाल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. बच्चे यहां पुराने खेलों को सीख रहे हैं और अपनी पुरानी परंपराओं के बारे में जान रहे हैं. इन पुराने खेलों को सिखाने के लिए यहां स्थानीय जानकारों को नियुक्त किया गया है. 14 जानकार बच्चों को अलग-अलग खेलों को सिखा रहे हैं.
ETV भारत ने इन बच्चों और खेल प्रशिक्षक से खास बातचीत की. खेल प्रशिक्षक ने बताया की प्रदेश के पारंपरिक खेलों के बारे में जानने के लिए बच्चों में उत्सुकता बनी हुई है.बच्चों के पालकों ने आयोजन की सराहना की है और इस तरह के आयोजन होते रहने की बात कही है.