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सुपेबेड़ा की समस्या से निपटने के लिए आंध्र प्रदेश का सहारा, टीम रवाना - राज्य सरकार

किडनी की बीमारी से प्रभावित जिले के सुपेबेड़ा गांव के लोगों में अब एक उम्मीद की किरण जागी है. राज्य सरकार ने बीमारी का पता लगाने स्वास्थ्यकर्मियों की एक टीम को आंध्रप्रदेश भेजा है.

Health workers sent to Andhra Pradesh to find out the cause of kidney disease
आंध्रप्रदेश के रवाना हुआ स्वास्थय अमला
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Published : Feb 8, 2020, 3:19 PM IST

Updated : Feb 8, 2020, 3:51 PM IST

गरियाबंद: जिले के किडनी प्रभावित सुपेबेड़ा में छत्तीसगढ़ सरकार ने बीमारी से निपटने के लिए अब आंध्र प्रदेश सरकार का सहारा लिया है. सुपेबेड़ा के 12 किडनी प्रभावितों सहित जिला और स्टेट लेवल के 8 स्वास्थ्यकर्मियों को आंध्रप्रदेश के लिए रवाना किया गया है.

सुपेबेड़ा की समस्या से निपटने के लिए आंध्र प्रदेश का सहारा

बीते दिनों सुपेबेड़ा के दौरे पर आई दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की टीम के सुझाव पर प्रदेश सरकार ने एक दल को आंध्रप्रदेश भेजा है. जो वहां के उदानम गांव का दौरा करेगी. उदानम गांव श्रीकाकुलम जिले में स्थित है. वहां के हालात भी सुपेबेड़ा गांव जैसे ही है.

उदानम गांव में अब तक 12 मौत
उदानम गांव में भी किडनी की बीमारी से अब तक 12 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हजारों लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं. सुपेबेड़ा की तरह यहां भी अब तक बीमारी के कारणों का पता नहीं चल पाया है. स्वास्थ्यकर्मियों की टीम वहां पहुंचकर दोनों गांव के हालात का मूल्यांकन करेगी.

ग्रामीणों को उम्मीद
बहरहाल स्वास्थ्यकर्मियों के दौरे का कितना फायदा होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. फिलहाल इस दौरे को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. ग्रामीणों को उम्मीद है कि दौरे के बाद बीमारी का कोई ना कोई हल तो जरूर निकलेगा.

गरियाबंद: जिले के किडनी प्रभावित सुपेबेड़ा में छत्तीसगढ़ सरकार ने बीमारी से निपटने के लिए अब आंध्र प्रदेश सरकार का सहारा लिया है. सुपेबेड़ा के 12 किडनी प्रभावितों सहित जिला और स्टेट लेवल के 8 स्वास्थ्यकर्मियों को आंध्रप्रदेश के लिए रवाना किया गया है.

सुपेबेड़ा की समस्या से निपटने के लिए आंध्र प्रदेश का सहारा

बीते दिनों सुपेबेड़ा के दौरे पर आई दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की टीम के सुझाव पर प्रदेश सरकार ने एक दल को आंध्रप्रदेश भेजा है. जो वहां के उदानम गांव का दौरा करेगी. उदानम गांव श्रीकाकुलम जिले में स्थित है. वहां के हालात भी सुपेबेड़ा गांव जैसे ही है.

उदानम गांव में अब तक 12 मौत
उदानम गांव में भी किडनी की बीमारी से अब तक 12 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हजारों लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं. सुपेबेड़ा की तरह यहां भी अब तक बीमारी के कारणों का पता नहीं चल पाया है. स्वास्थ्यकर्मियों की टीम वहां पहुंचकर दोनों गांव के हालात का मूल्यांकन करेगी.

ग्रामीणों को उम्मीद
बहरहाल स्वास्थ्यकर्मियों के दौरे का कितना फायदा होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. फिलहाल इस दौरे को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. ग्रामीणों को उम्मीद है कि दौरे के बाद बीमारी का कोई ना कोई हल तो जरूर निकलेगा.

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एंकर--गरियाबंद के किडनी प्रभावित सुपेबेड़ा में तीन साल बाद भी बीमारी के कारणों का पता लगाने में असफल रही छत्तीसगढ़ सरकार ने बीमारी से निपटने के लिए अब आंध्र प्रदेश सरकार का सहारा लिया है, सुपेबेड़ा के 12 किडनी प्रभावितों सहित जिला और स्टेट लेवल के 8 स्वास्थ्यकर्मी आंध्रप्रदेश के लिए रवाना हो गये है।
वीओ 1--प्रदेश सरकार ने बीते दिनों सुपेबेड़ा के दौरे पर आयी दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की टीम के सुझाव पर एक दल को आंध्रप्रदेश भेजा है, जो वहां के उदानम गांव का दौरा करेगा, उदानम गांव श्रीकाकुलम जिले में स्थित है और वहां के हालात भी सुपेबेड़ा गांव जैसे ही है, वहां भी किडनी की बीमारी से दर्जनों मौते हो चुकी है और हजारों लोग इस बीमारी से पीड़ित है, सुपेबेड़ा की तरह यहां भी अबतक बीमारी के कारणों का पता नही चल पाया है, दल वहां पहुंचकर दोनों गांव के हालात का मूल्यांकन करेगा और दोनो गांव की समानताओं ओर असमानताओं की जानकारी हासिल करेगा, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि इससे बीमारी के कारणों का पता लगाने और सुपेबेड़ा के पीड़ितों का आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी।
Body:बाईट 1--सुनील भारती, बीएमओ देवभोग--
वीओ 2--दौरे पर निकले सुपेबेड़ा के ग्रामीण भी बेहद उत्साहित है, ग्रामीण अबतक सरकार पर उदासीन रैवैया अपनाने का आरोप मढ़ते रहे है, मगर जब ग्रामीणों को पता चला कि उनके गांव जैसे हालात वाले देश में कई गांव है और वहां भी बीमारी के कारणों का खुलासा नही हो पा रहा है तो ग्रामीणों में भी इन गांवों के बारे में जानने की दिलचपी बढ़ गयी, ग्रामीण वहां के लोगो से मिलकर जानना चाहते है कि आखिर उनके गांव में फैली बीमारी के कारणों का क्यो पता नही चल पा रहा है।
बाईट 2--प्रेमसाय नागेश, पीड़ित सुपेबेड़ा--
Conclusion:फाइनल वीओ--दौरे का कितना फायदा होगा ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा मगर फिलहाल इस दौरे को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है, ग्रामीणों को उम्मीद है कि दौरे से बीमारी का कोई ना कोई हल तो जरूर निकलेगा।
Last Updated : Feb 8, 2020, 3:51 PM IST
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