गरियाबंद: कोरोनावायरस को लेकर जहां लोगों में जानकारी के अभाव में डर बना हुआ है, तो वहीं प्रशासन ने इससे निपटने के खास इंतजाम कर रखे हैं. देशभर में बढ़ रहे कोरोना वायरस के संदिग्ध के बीच अच्छी खबर यह है कि छत्तीसगढ़ में अभी तक एक भी पॉजिटिव मरीज इस बीमारी का नहीं मिला है. प्रशासन ने हर जिले में आइसोलेशन वार्ड तैयार करने के निर्देश दिए थे.
गरियाबंद जिला चिकित्सालय के बगल में स्थित वृद्ध वार्ड को बदलकर आइसोलेशन वार्ड का के रूप में तैयार किया गया है. जहां कोरोना वायरस के संदिग्धों को रखा जा सकता है. जिले में मिले पांच संदिग्धों को यहां रखने की व्यवस्था की गई है. इस वार्ड में कई तरह की खास इंतजाम किए गए हैं.
सभी कर्मचारियों को दिया गया प्रशिक्षण
कोरोना वायरस की सूचनाओं के साथ ही इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अमले को प्रशिक्षण भी दे दिया गया है. अलग-अलग स्तर के अधिकारियों को ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए उन्हें काम सौंपे गए हैं. इससे जुड़ा प्रशिक्षण भी कई चरणों में दे दिया गया है. ग्रामीण स्तर पर काम करने वाले कर्मचारियों को मरीजों को पहचानने और जिला अस्पताल तक सूचना भेजने का प्रशिक्षण देते हुए ग्रामीण इलाकों में इसके लिए जागरूकता फैलाने का कार्य सौंपा गया है. वहीं जिला अस्पताल के स्टाफ को संदिग्ध मरीज मिलने पर इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया है.
पुलिस को दिए गए निर्देश
रविवार को हुई एक बैठक में जिला चिकित्सा अधिकारी ने एडिशनल एसपी से विदेशों से लौटे लोगों का पता लगाते हुए विदेशी सैलानियों पर भी नजर रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही संदिग्धों का पता लगते ही तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने का निवेदन किया है.
संदिग्धों के सैंपल कलेक्ट करने को विशेष तैयारी
जिला चिकित्सा अधिकारी नवरत्न ने बताया कि संदिग्ध का सैंपल लेने विशेष तैयारी की गई है. इसके लिए विशेष रूप से तैयार सिर के बाल से लेकर पैर के नाखून तक ढ़के रहने वाले स्पेशल सूट के किट की व्यवस्था की गई है. इसे पहनकर डॉक्टर कोरोना वायरस के संदिग्ध के सैंपल ले सकेंगे. सैंपल रायपुर एम्स में भिजवाने के निर्देश हैं. वहां 24 घंटे इसकी जांच की सुविधा उपलब्ध है, इसके साथ ही रिपोर्ट भी तत्काल दी जाती है.
आइसोलेशन वार्ड में दो वेंटिलेटर तैयार
कोरोना वायरस से पीड़ित अभी तक छत्तीसगढ़ में एक भी मरीज नहीं मिला है मगर फिर भी प्रशासन के निर्देशानुसार गरियाबंद जिला चिकित्सालय के बगल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में दो वेंटिलेटर तैयार किए गए हैं, जिसमें कोरोनावायरस के संदिग्ध मिलने पर लगातार उनकी स्थिति की न सिर्फ निगरानी हो सके बल्कि स्थिति बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट सिस्टम से जिंदा भी रखा जा सके.
जानकारी देने जगह-जगह लगाए जा रहे पोस्टर-बैनर
जिला चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि लोगों में इसे लेकर भय ना फैले इसके लिए इसकी जानकारी देने जहां निचले स्टाफ को निर्देशित किया गया है. वहीं जगह-जगह बैनर पोस्टर फ्लेक्स के माध्यम से कोरोना वायरस के बारे में जानकारी बचाओ लक्षण सब कुछ स्पष्ट किया गया है ताकि अनावश्यक रूप से डर जैसी कोई बात ना रहे.
प्रशासन को तापमान बढ़ने पर खुद वायरस खत्म होने की उम्मीद
कोरोना वायरस से जुड़ी एक अच्छी खबर यह सामने आ रही है कि यह वायरस गर्मी बढ़ने पर खुद समाप्त हो जाता है और प्रशासन को बस इसी का इंतजार है. वैसे मार्च महीने के इस हफ्ते में हर साल काफी तेज गर्मी हुआ करती थी, लेकिन इस बार तापमान उतना नहीं बढ़ पाया है. तापमान बढ़ने पर स्वयं वायरस नष्ट हो जाने की बात जिला चिकित्सा अधिकारी नवरत्न ने कही है उनका कहना है कि इसी वजह से प्रशासन ने 31 मार्च तक के लिए कई तरह के निर्देश जारी किए हैं. प्रशासन को भी यह उम्मीद है कि 31 मार्च के बाद तापमान बढ़ने पर इस वायरस का की समस्या खत्म हो जाएगी.