गरियाबंद: पुलिस और राजस्व विभाग की कड़ाई के बाद भी बड़े स्तर पर कोचिए, तस्कर और व्यापारि ओडिशा से धान का अवैध परिवहन कर रहे हैं. अवैध धान को रोकने में पुलिस को काफी हद तक सफलता तो मिली है लेकिन धान तस्कर अब भी तस्करी के नए-नए तरीके निकाल रहे हैं. शनिवार को ओडिशा का एक किसान अपने दो मजदूरों के साथ छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा कि तेल नदी पार कर यहां धान लाते हुए पकड़ा गया. पकड़े जाने के पहले वह 45 बोरा धान नदी किनारे ला चुका था.
अमलिपदर पुलिस ने ओडिशा के नवरंगपुर को जोड़ने वाली तेलनदी के तट पर 47 बोरी धान जब्त किया है. थाना प्रभारी नवीन राजपूत ने बताया कि पानीगांव से करीब 1 किलोमीटर दूरी पर तेल नदी का यह तट लगा हुआ है. यहीं से पानीगांव का किसान सुंदर यादव धान लाकर नदी किनारे इकट्ठा कर रहा था. सूचना मिलने पर आरक्षक रिजवान कुरैशी, हेमंत गावड़े और दिनेश यादव मौके पर पहुंचे. किसान सुंदर यादव दो मजदूरो की मदद से खुद भी पीठ पर बोरी लादकर नदी पार कर रहा था.
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10 एकड़ जमीन का मालिक है किसान
सुंदर यादव के पास 10 एकड़ जमीन है. जिस पर अब तक करीब 80 क्विंटल धान का उत्पादन कर चुका है. किसान ने बताया कि इस बार फसल आधी भी नहीं हुई है. उसने बताया कि ये काम सिर्फ वो नहीं कर रहा है. बल्कि 20 एकड़ रकबे का मालिक एक और किसान भी इसी तरह धान जुटाने में जुड़ा हुआ है.
अलर्ट मोड पर पुलिस
सीमा पार से धान रोकने के लिए एसपी भोजराज पटेल ने अपने पूरे सिस्टम को अलर्ट मोड पर रखा हुआ है. जो सीमा पर अलर्ट है. इस इलाके में बिरिघाट और धुरूवापारा के पास दो चेक पोस्ट भी हैं. इसके अलावा लगातार अवैध धान परिवहन करने वाले चारपहिया वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है. इसी वजह से धान का अवैध परिवहन करने वाले नई नई तरकीब से छत्तीसगढ़ में धान ला रहे हैं.