गरियाबंद: हरेली पर्व के मौके पर छ्त्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार महत्वाकांक्षी 'गोधन न्याय योजना' को शुरू करने जा रही है. हरेली के दिन प्रदेश के सभी जिलों के गौठानों में इसके लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. गरियाबंद के 24 गौठानों में गोबर खरीदी के साथ 'गोधन न्याय योजना' की शुरुआत होगी. जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू छुरा विकासखण्ड के ग्राम द्वारतरा के गौठान के आयोजन में शामिल होंगे.
यहां की तैयारियों को लेकर कलेक्टर छतर सिंह डेहरे और जिला पंचायत के CEO विनय कुमार लंगेह ने कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया है. अधिकारियों ने मुड़ागांव नर्सरी में वृक्षारोपण के लिए आवश्यक तैयारियों और द्वारतरा गौठान में गोधन न्याय योजना के शुभारंभ के लिए की गई तैयारियों का निरीक्षण किया है. इस दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं.
ये निर्देश दिए कलेक्टर ने
- गौठानों में गोबर तौलने के लिए तौल मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित हो.
- खरीदे गए गोबर को व्यवस्थित और सुरक्षित रखने के इंतजाम भी गौठानों में किए जाएं.
- खरीदे गए गोबर को 15 से 20 दिन तक अपगठित होने के बाद ही वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए टांकों में डाला जाए.
- छत्तीसगढ़ की संस्कृति के अनुरूप हरेली त्योहार के मौके पर गौठान में अतिथियों के माध्यम से वृक्षारोपण कराने के निर्देश.
इनकी जानकारी जुटाई जा रही
गौठान समिति के सदस्यों, महिला स्वसहायता समूह की सदस्यों और ग्रामवासियों से रू-ब-रू चर्चा कर गांव में मवेशियों की संख्या, खरीदी के लिए गोबर की उपलब्धता, गौठान में चरवाहे की व्यवस्था की जानकारी कलेक्टर ने ली है. उन्होंने जनपद पंचायत CEO को समूह की महिलाओं और गौठान समिति के सदस्यों को गोबर खरीदी और वर्मी कम्पोस्ट निर्माण और बिक्री के संबंध में भलिभांति प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए हैं.