गरियाबंद: जिले में 9 लाख 67 हजार क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे पॉलीथिन के सहारे रखा हुआ है. रुक-रुककर हो रही बारिश ने शासन और प्रशासन को चिंता में डाल दिया है. धान को बारिश से बचाने के लिए खरीदी केन्द्रों में व्यवस्था की गई है. कलेक्टर ने जिले के सभी खरीदी केन्द्रों में धान को ढंकने के निर्देश दिए हैं. यही नहीं कलेक्टर ने खुद दौरा कर धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण भी किया.
खाद्य अधिकारी भी रहे मौजूद
निरीक्षण करने के साथ ही, कलेक्टर ने मौके पर मौजूद किसानों से धान खरीदी की जानकारी भी ली. इस दौरान जिले के एसपी और खाद्य अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे.
बारिश में किया निरीक्षण
हाथ में छाते लिए भरी बरसात में धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करते कलेक्टर और एसपी को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासन इस बार धान धान की सुरक्षा को लेकर कितना गंभीर है.
इंतजाम का लिया जाएगा
किसानों की मेहनत पर पानी न फिरे, इसे लेकर जिले के अधिकारी भी सक्रिय हैं. बीती शाम कोपरा और बोरसी इलाके के धान खरीदी केंद्रों के निरीक्षण के बाद सुबह कलेक्टर श्याम धावड़े और एसपी एमआर आहिरे देवभोग इलाके के आधा दर्जन धान खरीदी केंद्रों में धान की बारिश से सुरक्षा के लिए किए गए इंतजाम का जायजा लेते नजर आए.
छोटे किसान से पहले धान खरीदने के निर्देश
इस दौरान उन्होंने छोटे किसानों से पहले धान खरीदने के निर्देश दिए. इसके साथ ही कलेक्टर और एसपी ने अमलीपदर स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण भी किया.
सिरप और हैंड ग्लब्स की पाई कमी
इस दौरान उन्होंने पेरासिटामॉल सिरप और हैंड ग्लब्स की कमी पाई, जिसके बाद उन्होंने डीपीएम को तत्काल इसकी व्यवस्था के लिए निर्देश दिए.