रायपुर: मोदी मंत्रीमंडल में विस्तार की अटकलों के बीच भाजपा सांसद विजय बघेल को दिल्ली बुलाया गया है. दरअसल वे पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक के बेटे की शादी में बिलासपुर गए हुए थे. जिसके बाद बुलावा आते ही विजय बघेल ने बिलासपुर से ही फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए. अब संभावना जताई जा रही है कि दुर्ग सांसद विजय बघेल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. अटकलें लगाई जा रही है कि जल्द ही कोई बड़ी घोषणा हो सकती है.
जातिगत समीकरण बन सकता है एक्स फैक्टर: विजय बघेल को मंत्रिमंडल में शामिल करने के पीछे जातीय समीकरण को भी फैक्टर बताया जा रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ओबीसी (कुर्मी) वर्ग से आते हैं. बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी अरुण साव को और नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी नारायण चंदेल को सौंपी है. प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल दोनों ओबीसी वर्ग से हैं. बता दें की इस साल नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फरवरी में कैबिनेट में फेरबदल कर सकते हैं. यदि बघेल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलती है तो यहां से दो नेता केंद्रीय मंत्री हो जाएंगे.
लोकसभा चुनाव 2019 में रिकॉर्ड मतों से जीत की थी दर्ज : केंद्रीय मंत्रीमंडल के विस्तार की अटकलों के बीच विजय बघेल का नाम राज्य में सबसे आगे चल रहा है. जिसके पीछे कई कारण है. विजय बघेल ओबीसी वर्ग से तालुकात रखते हैं. उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के रुप में भी प्रोजेक्ट किया जाता है. विजय बघेल और भूपेश बघेल के पारिवारिक संबंध हैं. वे विधानसभा चुनाव में भूपेश को हरा भी चुके हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होंने रिकॉर्ड 3 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी. जिसके बाद सोमवार को उनके अचानक दिल्ली बुलाए जाने से अनुमान लगाया जा रहा है कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.