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टिकट पर बगावतः अपनी ही पार्टी के खिलाफ खड़े हुए कई बागी, पहुंचा सकते हैं भारी नुकसान

दोनों ही पार्टियों की चुनाव में उम्मीदवारों की घोषणा के बाद दूसरे उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने का आरोप लगाया है.

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Published : Dec 8, 2019, 11:50 AM IST

Updated : Dec 8, 2019, 3:23 PM IST

Rebelling claimants accused party of cutting ticke
पार्टी से बागी होकर लड़ेंगे निकाय चुनाव

दुर्ग: नगर निगम के चुनाव में प्रत्याशियों के नाम के एलान के बाद अब नामांकन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. वहीं टिकट न मिलने से कई दावेदारा बेहद नाराज हैं. इसमें कई जुझारू उम्मीदवारों को महनत करने के बाद भी टिकट नहीं मिला उससे वे काफी हताश हैं. टिकट कटने के बाद प्रत्याशियों ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला ले लिया है. वार्ड के प्रबल दावेदारों का टिकट काटकर दूसरे उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने का आरोप है.

उम्मीदवारों की घोषणा के बाद दूसरे उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने का आरोप

अपने ही पार्टी के बागियों से सामना

दुर्ग नगर निगम में 60 वार्डों में दोनों राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशियों के साथ उनका सामना अपने ही पार्टी के बागियों से हो सकता है. 60 वार्डों में से 13 भाजपा और 8 कांग्रेस से बागी निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में होंगे. भले ही पार्टी के बड़े नेता बागियों को मना लेने की बात कह रहे हैं पर बागी भी अपनी पार्टी को सबक सिखाने चुनावी मैदान में कमर कस चुके हैं.

बीजेपी नेताओं की बगावत
बीजेपी से बगावत करने वाले वार्ड नंबर 21 के अरुण सिंह ने कहना है कि वार्डों में पिछले 5 सालों में कई विकास कार्य किये गए हैं, जिनकी वार्ड के लोगों ने तारीफ की है. लेकिन मेरा कार्य बड़े नेताओं को नहीं दिखा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्ग जिले में एक बड़े नेता की ही चली है, उन्होंने अपने चहेतों को पार्टी का टिकट दिया है, मैं दूसरों की तरह चापलूसी करना नहीं जानता इस वजह से दुर्भावनावश मेरा टिकट काट कर अपने खास को दिया गया है. उन्होंने कहा कि मैं दूसरों की तरह उनके घर के दरवाजों पर बैठकर उनके इशारे पर काम नहीं कर सकता. भाजपा की विचारधारा की वजह से मैं पार्टी से जुड़ा हूं और अंत तक उसी विचारधारा का हिस्सा रहूंगा.

कांग्रेस नेताओं की बगावत
कांग्रेस पार्टी में सक्रिय राजनीति करने वाले कार्यकर्त्ता कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव विल्सन डिसूजा ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देकर वार्ड नंबर 8 तकिया पारा से निर्दलीय चुनाव लड़ने की ठान ली है. डिसूजा ने पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि चयन समिति के सदस्यों और विधायक अरुण वोरा के चहेते और धनबल से खुश रखने वाले लोगों को टिकट दिया है. मैं 2 बार पार्षद चुनकर आ चुका हूं लंबे समय से टिकट की मांग कर रहा हूं, कांग्रेस के लिए हर मोर्चे पर मैंने अपनी भूमिका निभाई है पर मुझे मौका न देकर पार्टी ने कार्यकर्ता के साथ अन्याय किया है.

पढ़ें- टिकट कटने से नाराज दुर्ग के कांग्रेस कार्यकर्ता ने कांग्रेस भवन में दिया धरना

बहरहाल दोनों ही पार्टी के बड़े नेता अब बागियों की खुशामदी में जुटे हैं और 9 तारीख नाम वापसी के पहले किसी भी लुभावने आश्वासन का उपयोग कर अपने बागियों को मनाने का दौर जारी हो चुका है.

दुर्ग: नगर निगम के चुनाव में प्रत्याशियों के नाम के एलान के बाद अब नामांकन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. वहीं टिकट न मिलने से कई दावेदारा बेहद नाराज हैं. इसमें कई जुझारू उम्मीदवारों को महनत करने के बाद भी टिकट नहीं मिला उससे वे काफी हताश हैं. टिकट कटने के बाद प्रत्याशियों ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला ले लिया है. वार्ड के प्रबल दावेदारों का टिकट काटकर दूसरे उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने का आरोप है.

उम्मीदवारों की घोषणा के बाद दूसरे उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने का आरोप

अपने ही पार्टी के बागियों से सामना

दुर्ग नगर निगम में 60 वार्डों में दोनों राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशियों के साथ उनका सामना अपने ही पार्टी के बागियों से हो सकता है. 60 वार्डों में से 13 भाजपा और 8 कांग्रेस से बागी निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में होंगे. भले ही पार्टी के बड़े नेता बागियों को मना लेने की बात कह रहे हैं पर बागी भी अपनी पार्टी को सबक सिखाने चुनावी मैदान में कमर कस चुके हैं.

बीजेपी नेताओं की बगावत
बीजेपी से बगावत करने वाले वार्ड नंबर 21 के अरुण सिंह ने कहना है कि वार्डों में पिछले 5 सालों में कई विकास कार्य किये गए हैं, जिनकी वार्ड के लोगों ने तारीफ की है. लेकिन मेरा कार्य बड़े नेताओं को नहीं दिखा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्ग जिले में एक बड़े नेता की ही चली है, उन्होंने अपने चहेतों को पार्टी का टिकट दिया है, मैं दूसरों की तरह चापलूसी करना नहीं जानता इस वजह से दुर्भावनावश मेरा टिकट काट कर अपने खास को दिया गया है. उन्होंने कहा कि मैं दूसरों की तरह उनके घर के दरवाजों पर बैठकर उनके इशारे पर काम नहीं कर सकता. भाजपा की विचारधारा की वजह से मैं पार्टी से जुड़ा हूं और अंत तक उसी विचारधारा का हिस्सा रहूंगा.

कांग्रेस नेताओं की बगावत
कांग्रेस पार्टी में सक्रिय राजनीति करने वाले कार्यकर्त्ता कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव विल्सन डिसूजा ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देकर वार्ड नंबर 8 तकिया पारा से निर्दलीय चुनाव लड़ने की ठान ली है. डिसूजा ने पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि चयन समिति के सदस्यों और विधायक अरुण वोरा के चहेते और धनबल से खुश रखने वाले लोगों को टिकट दिया है. मैं 2 बार पार्षद चुनकर आ चुका हूं लंबे समय से टिकट की मांग कर रहा हूं, कांग्रेस के लिए हर मोर्चे पर मैंने अपनी भूमिका निभाई है पर मुझे मौका न देकर पार्टी ने कार्यकर्ता के साथ अन्याय किया है.

पढ़ें- टिकट कटने से नाराज दुर्ग के कांग्रेस कार्यकर्ता ने कांग्रेस भवन में दिया धरना

बहरहाल दोनों ही पार्टी के बड़े नेता अब बागियों की खुशामदी में जुटे हैं और 9 तारीख नाम वापसी के पहले किसी भी लुभावने आश्वासन का उपयोग कर अपने बागियों को मनाने का दौर जारी हो चुका है.

Intro:दुर्ग नगर निगम के चुनाव में दोनों राष्ट्रीय पार्टी ने अपना उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है लेकिन दोनो पार्टी में लम्बे समय से राजनीती में सक्रीय कार्यकर्त्ताओ की पार्टी ने अनदेखी करते हुए सिटिंग पार्षद और वार्ड में प्रबल दावेदारों का टिकट काटकर दुसरे उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने का आरोप लगाया है। अब जिन कार्यकर्त्ताओ का टिकट काट गया है उन्होंने निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का फैसला ले लिया है।
Body:दुर्ग नगर निगम में 60 वार्डो में दोनों राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशियों के साथ उनका सामना अपने ही पार्टी के बागियों से हो सकता है। 60 वार्डो में 13 भाजपा से और 8 कांग्रेस के निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में होंगे। भले ही पार्टी के बड़े नेता बागियों को मना लेने की बात कह रहे है पर बागी भी अपनी पार्टी को सबक सिखाने चुनावी मैदान में कमर कस चुके है। बीजेपी से बगावत करने वाले वार्ड नंबर 21 के अरुण सिंह ने कहना है कि वार्डो में पिछले 5 सालो में कई विकास कार्य किये है जिनको वार्डो लोगो ने तारीफ की है लेकिन मेरा कार्य बड़े नेताओ को नही दिखा दुर्ग जिले में एक बड़े नेता की ही चली है उन्होंने अपने चहेतो को पार्टी का टिकट दिया है मैं दुसरो की तरह चापलूसी करना नही जानता इस वजह से दुर्भावनावश मेरा टिकट काट कर अपने खास को दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं दुसरो की तरह उनके घर के दरवाजो में बैठकर उनके इशारे पर काम नही कर सकता भाजपा की विचारधारा की वजह से मैं पार्टी से जुड़ा हूँ और अंत तक उसी विचारधारा का हिस्सा रहूंगा।

Conclusion:वही कांग्रेस पार्टी में भी सक्रीय राजनीति करने वाले कार्यकर्त्ता कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव विल्सन डिसूजा ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देकर वार्ड नंबर 8 तकिया पारा से निर्दलीय चुनाव लड़ने की ठान ली है। डिसूजा ने पार्टी के नेताओ पर आरोप लगते हुए कहा कि चयन समिति के सदस्यों और विधायक अरुण वोरा के चहेते और धनबल से खुश रखने वाले लोगो को टिकट दिया है। मैं 2 बार निर्दलीय पार्षद चुन कर आ चुका हूं लंबे समय से टिकट की मांग कर रहा हूँ कांग्रेस के लिए हर मोर्चे पर मैने अपनीं भूमिका निभाई है पर मुझे मौका न देकर पार्टी ने कार्यकर्ता के साथ अन्याय किया है, चुनाव में इसका परिणाम सामने होगा। बहरहाल दोनों ही पार्टी के बड़े नेता अब बागियों की खुशामदी में जुटे है और 9 तारीख नाम वापसी के पहले किसी भी लुभावने आश्वासन का उपयोग कर अपने बागियों को मनाने का दौर जारी हो चुका है।

बाईट_अरुण सिंह,बीजेपी से बागी(सफेद शर्ट में)

बाईट :- विल्सन डिसूजा,कांग्रेस से बागी(टी शर्ट में)

कोमेन्द्र सोनकार,दुर्ग
Last Updated : Dec 8, 2019, 3:23 PM IST
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