दुर्ग: प्रदेश में हो रही पानी की किल्लत को देखते हुए कई इलाकों में पानी को सहेजने का काम किया जा रहा है. इसी कड़ी में दुर्ग सेंट्रल जेल के बंदियों ने भी एक मिसाल पेश की है. बंदियों ने मिलकर जेल परिसर में एक गहरा तालाब खोद दिया है.
प्रदेश का दुर्ग जिला सूखा घोषित किया जा चुका है. जिले के कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत है. जिले का सेंट्रल जेल भी इस परेशानी से अछूता नहीं है.
सूखे की स्थिति को देखते हुए निकाला अनोखा आईडिया
सेंट्रल जेल में करीब 1700 बंदी हैं और इनकी दैनिक सुविधा कर्म के लिए पानी के 8 बोर किए गए हैं, लेकिन इस बार बारिश नहीं होने और सूखा पड़ने की वजह से जेल के अधिकतर बोर सूखे पड़े हैं. इस सूखे से निजात पाने के लिए सेंट्रल जेल के जेलर योगेश क्षत्री ने एक नायाब तरीका निकाला. इसके लिए उन्होंने बंदियों को पानी की वर्तमान स्थिति से अवगत कराते हुए उन्हें पानी बचाने का तरीका बताया और जेल परिसर में ही एक तालाब बनवा दिया.
पढ़ें- सरगुजा: सभी ग्राम पंचायतों तक पहुंची बैंक सखी, नहीं भटकेंगे ग्रामीण
13 फिट गहरा खोदा तालाब
जेल के बंदियों ने मिलकर करीब 13 फिट तक गहरा तालाब खोदा. इसके बाद इस तालाब में धीरे-धीरे बारिश का पानी जमा किया गया और जिसका परिणाम ये हुआ कि बोर के पानी का लेवल ऊपर आने लगा.
वहीं जो बोर सूखे थे वो अब पानी से लबालब भर गए हैं और जेल में पानी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ रहा है. वाकई जेलर की ये तरकीब और बंदियों की मेहनत काबिले तारीफ है.