ETV Bharat / state

दुर्ग: कोरोना वैक्सीन को लेकर तैयारी शुरू, कोरोना टास्क फोर्स का हुआ गठन

author img

By

Published : Dec 5, 2020, 5:35 AM IST

Updated : Dec 5, 2020, 8:52 AM IST

दुर्ग में कोरोना वैक्सीन को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. कलेक्टर ने इसे लेकर जरूरी निर्देश भी दिए हैं. कोरोना टास्क फोर्स का गठन किया गया है. वैक्सीन को लेकर प्राथमिक सूची भी तैयार की जा रही है.

Preparations begin on corona vaccine
कोरोना वैक्सीन को लेकर तैयारी शुरू

दुर्ग: कोरोना के घटते-बढ़ते आंकड़ों के बीच एक राहत की खबर है. कोरोना महामारी की वैक्सीन तैयार की जा रही है, जिसे लेकर छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला अलर्ट मोड पर है. सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले में लगभग 20 हजार लोग संक्रमित हैं. वहीं 550 संक्रमितों की मौत हो चुकी है. इस बीच कोविड वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. इसके लिए जिला प्रशासन ने बकायदा टास्क फोर्स का गठन किया है.

कोरोना वैक्सीन को लेकर तैयारी शुरू

बैठक के जरिए सबसे पहले टीका लगाए जाने वाले लोगों को चिन्हांकित भी किया जाएगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से कोविड ड्यूटी पर लगे कर्मचारी और अन्य शासकीय विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची ली गई है. साथ ही इस क्षेत्र में कोविड नियंत्रण के लिए निजी क्षेत्र से सहयोग कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को भी शामिल किया जाएगा.

पढ़ें: पहली ही खेप में छत्तीसगढ़ को मिले कोरोना वैक्सीन, CM बघेल की पीएम मोदी से मांग

इन्हें मिलेगी प्राथमिकता

कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में 44 शासकीय संस्थाएं कार्य कर रही हैं. इसमें अधिकारियों-कर्मचारियों को मिलाकर हितग्राहियों की संख्या 2377 है. इसके अलावा निजी क्षेत्र से कोविड नियंत्रण के लिए कार्य कर रहे लोगों को भी चिन्हांकित किया गया है. जिले में लिस्ट तैयार की गई है. हेल्थ सेक्टर, पब्लिक सेक्टर, हेल्थ केयर सर्विसेज के लिए काम कर रहे लोगों को प्राथमिकता दिए जाने की बात सामने आई है.

इनके साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटल, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज को भी शामिल किया गया है. जिसमें लगभग 11 हजार 700 की प्राइमरी सूची तैयार की गई है. सूची में प्राथमिकता तय की गई है. उन्हीं प्राथमिकता क्रम में वैक्सीन उपलब्ध होने पर लगाया जाएगा. जिले में लगभग 2 लाख वैक्सीन स्टोर एक साथ रखने की व्यवस्था की जा चुकी है. दरअसल कोविड नियंत्रण को लेकर निगम अमले ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी बड़ा काम किया है. ऐसे में सबसे पहले उन्हें टीका लगाया जाए, ताकि उन्हें कोविड के जोखिम से मुक्त किया जा सके.

पढ़ें: कोरिया: तहसीलदार ने किया माडीसरई धान खरीदी समिति का निरीक्षण, अवैध परिवहन रोकने के दिए निर्देश

कोरोना टास्क फोर्स का गठन

कोरोना टास्क फोर्स में लगभग 400 लोगों का दल गठित किया गया है. दल में एक वैक्सीनेटर के साथ तीन अन्य सहयोगी भी होंगे. एक टीम एक दिन में 150 से 200 हितग्राहियों को टीका लगा सकेगी. कोविड नियंत्रण कार्य में लगे सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को टीका लगाया जाना है. वैक्सीन की उपलब्धता होते ही इस पर कार्य को शुरू किया जाएगा.

दुर्ग जिले में 38 कोल्ड चेन प्वाइंट हैं. फंक्शनल वैक्सीन करियर की संख्या 1196 है. 4800 फंक्शनल आइस पैक उपलब्ध हैं. दरअसल कोरोना वैक्सीन को -20 से -30 डिग्री टेम्प्रेचर के बीच रखना होगा. जिले में वर्तमान में 56 कोल्ड बॉक्स उपलब्ध हैं. वहीं टीके के दौरान रिएक्शन आदि के संबंध में विस्तार से गाइडलाइन जारी की गई है. कोविड वैक्सीन के संबंध में केंद्र सरकार ने जो भी गाइडलाइन जारी की है, उसका ध्यान रखा जा रहा है.

दुर्ग: कोरोना के घटते-बढ़ते आंकड़ों के बीच एक राहत की खबर है. कोरोना महामारी की वैक्सीन तैयार की जा रही है, जिसे लेकर छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला अलर्ट मोड पर है. सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले में लगभग 20 हजार लोग संक्रमित हैं. वहीं 550 संक्रमितों की मौत हो चुकी है. इस बीच कोविड वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. इसके लिए जिला प्रशासन ने बकायदा टास्क फोर्स का गठन किया है.

कोरोना वैक्सीन को लेकर तैयारी शुरू

बैठक के जरिए सबसे पहले टीका लगाए जाने वाले लोगों को चिन्हांकित भी किया जाएगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से कोविड ड्यूटी पर लगे कर्मचारी और अन्य शासकीय विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची ली गई है. साथ ही इस क्षेत्र में कोविड नियंत्रण के लिए निजी क्षेत्र से सहयोग कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को भी शामिल किया जाएगा.

पढ़ें: पहली ही खेप में छत्तीसगढ़ को मिले कोरोना वैक्सीन, CM बघेल की पीएम मोदी से मांग

इन्हें मिलेगी प्राथमिकता

कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में 44 शासकीय संस्थाएं कार्य कर रही हैं. इसमें अधिकारियों-कर्मचारियों को मिलाकर हितग्राहियों की संख्या 2377 है. इसके अलावा निजी क्षेत्र से कोविड नियंत्रण के लिए कार्य कर रहे लोगों को भी चिन्हांकित किया गया है. जिले में लिस्ट तैयार की गई है. हेल्थ सेक्टर, पब्लिक सेक्टर, हेल्थ केयर सर्विसेज के लिए काम कर रहे लोगों को प्राथमिकता दिए जाने की बात सामने आई है.

इनके साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटल, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज को भी शामिल किया गया है. जिसमें लगभग 11 हजार 700 की प्राइमरी सूची तैयार की गई है. सूची में प्राथमिकता तय की गई है. उन्हीं प्राथमिकता क्रम में वैक्सीन उपलब्ध होने पर लगाया जाएगा. जिले में लगभग 2 लाख वैक्सीन स्टोर एक साथ रखने की व्यवस्था की जा चुकी है. दरअसल कोविड नियंत्रण को लेकर निगम अमले ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी बड़ा काम किया है. ऐसे में सबसे पहले उन्हें टीका लगाया जाए, ताकि उन्हें कोविड के जोखिम से मुक्त किया जा सके.

पढ़ें: कोरिया: तहसीलदार ने किया माडीसरई धान खरीदी समिति का निरीक्षण, अवैध परिवहन रोकने के दिए निर्देश

कोरोना टास्क फोर्स का गठन

कोरोना टास्क फोर्स में लगभग 400 लोगों का दल गठित किया गया है. दल में एक वैक्सीनेटर के साथ तीन अन्य सहयोगी भी होंगे. एक टीम एक दिन में 150 से 200 हितग्राहियों को टीका लगा सकेगी. कोविड नियंत्रण कार्य में लगे सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को टीका लगाया जाना है. वैक्सीन की उपलब्धता होते ही इस पर कार्य को शुरू किया जाएगा.

दुर्ग जिले में 38 कोल्ड चेन प्वाइंट हैं. फंक्शनल वैक्सीन करियर की संख्या 1196 है. 4800 फंक्शनल आइस पैक उपलब्ध हैं. दरअसल कोरोना वैक्सीन को -20 से -30 डिग्री टेम्प्रेचर के बीच रखना होगा. जिले में वर्तमान में 56 कोल्ड बॉक्स उपलब्ध हैं. वहीं टीके के दौरान रिएक्शन आदि के संबंध में विस्तार से गाइडलाइन जारी की गई है. कोविड वैक्सीन के संबंध में केंद्र सरकार ने जो भी गाइडलाइन जारी की है, उसका ध्यान रखा जा रहा है.

Last Updated : Dec 5, 2020, 8:52 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.