दुर्ग: छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन पर प्रदेश के राजनीतिक और सामाजिक गलियारे में शोक की लहर है. जो लोग अजीत जोगी को नजदीक से जानते थे, वे सभी अब उनके साथ बिताए पलों को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. देशभर से नेता उन्हें याद कर रहे हैं. दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल ने भी छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत क्षति पहुंची है.
विजय बघेल ने कहा कि अजीत जोगी से मेरा व्यक्तिगत आत्मिक संबंध था. उन्होंने बताया कि मैं खुद उन्हें देखने गया था, तब ऐसा लगा था जैसे वे एक बार फिर से जागेंगे और मुझे आशीर्वाद देंगे, लेकिन जीवन और मौत के बीच मौत जीत गया. विजय बघेल ने बताया कि अजीत जोगी से उनके पारिवारिक संबंध थे. जोगी उनके निवास भी आया करते थे.
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बता दें कि अजीत जोगी हाईली क्वॉलीफाइड नेता रहे. उन्होंने बीई, एलएलबी, एमआईई की डिग्री हासिल की. राजनीति में आने से पहले बतौर शिक्षक और प्रशासनिक अधिकारी उन्होंने लंबी सेवा दी. उन्होंने 9 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उन्होंने 2003 में पूरे छत्तीसगढ़ में विकास यात्रा का नेतृत्व किया था. साल 2000 से 2003 तक प्रदेश के मुखिया रहे अजीत जोगी 9 मई को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. गंगा इमली का बीज उनके गले में फंस गया था, जिसकी वजह से उनकी सांस रुक गई थी. निजी अस्पताल में डॉक्टरों की टीम जोगी का इलाज कर रही थी, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था. आखिरकार वे 29 मई को जिंदगी की जंग हार गए.