दुर्ग: भिलाई के सेक्टर 9 में एक रेत ठेकेदार पिछले 3 दिनों से अनशन पर बैठा हुआ है. उनका आरोप है कि भिलाई के एक भाजपा नेता और अन्य लोगों ने मिलकर उनसे रेत खदान संचालन के नाम पर 35 लाख रुपए की ठगी की है. जिसकी शिकायत भी पुलिस से की जा चुकी है. 5 साल पहले हुई इस घटना पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पुलिस की कार्रवाई से निराश होकर अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठे हैं.
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रेत संचालन के नाम पर ठगी
भिलाई निवासी रेत ठेकेदार शैलेंद्र पांडेय ने बताया कि कांकेर के चारामा स्थित सराधुनवा गांव में रेत घाट संचालित कर रहे थे. उस समय तत्कालीन मंत्री के निर्देश के बाद घाट बंद हो गया था. जब तत्कालीन मंत्री के भिलाई स्थित बंगले गए तो वहां उनकी मुलाकात मुन्ना पांडेय, गोल्डी सोनी, बसंत साहू और भुनेश्वर नागराज से हुई थी. उन्होंने कहा कि रेत घाट दोबारा संचालित करवा देंगे, लेकिन पार्टनरशिप में संचालित होगी. पार्टनरशिप के आधार पर शैलेष ने उन्हें कुल 35 लाख रुपये दे दिए थे.
कुछ दिनों बाद रेत घाट दोबारा शुरू किया गया. लेकिन शैलेंद्र को साइड कर दिया गया. उन्होंने इस मामले में कांकेर के तत्कालीन नगर पंचायत सीएमओ सौरभ तिवारी पर भी मिलीभगत आरोप लगाए हैं.
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न्याय के लिए लगा रहा गुहार
पीड़ित शैलेंद्र पांडेय ने बताया कि न्याय की गुहार लगाने के लिए नेता, मंत्री समेत तमाम बड़े अधिकारियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं. लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल सका है. उन्होंने कहा कि अनशन के साथ ही अब वह प्रभात फेरी भी नकलेंगे. इस दौरान भिलाई के लोगों से बैनर पोस्टर लेकर न्याय की गुहार लगाएंगे.