दुर्ग : वेब पत्रकारिता की आड़ में लोगों को लूटने वाले गिरोह का दुर्ग पुलिस ने पर्दाफाश (Durg police busted the gang that robbed people) किया है. बताया जाता है कि गिरोह के सदस्य मौका देखकर पुलिस बन जाते थे और लोगों को जेल भेजने की धमकी देकर उनसे रुपए ऐंठते थे. सुपेला पुलिस ने एमपी से सेनिटाइजर सप्लाई करने आए दो लोगों की शिकायत पर इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. चारों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
इंदौर के खजराना शाहीबाग के नदीम ने की थी शिकायत
सुपेला थाना प्रभारी सुरेश ध्रुव ने बताया कि मध्य प्रदेश के इंदौर के खजराना शाहीबाग निवासी नदीम खान ने लूट की शिकायत दर्ज कराई थी. नदीम अपनी पिकअप एमपी 09 जीजी 2058 में चालक तबरेज खान के साथ 157 पेटी सेनिटाइजर की सप्लाई करने इंदौर से दुर्ग आया था. यहां मेडिकल स्टोर में सप्लाई देने के बाद जब वह नेहरू नगर में डिलीवरी करने पहुंचा तो वहां उसे फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को मेडिकल स्टोर संचालक बताया. कहा कि तुम नेहरू चौक आ जाओ मैं वहीं पर कुछ पेटी सामान लूंगा.
नदीम नेहरू नगर चौक पहुंचा तो बाइक पर चार युवक आये और उसकी गाड़ी रोक ली. युवकों ने खुद को मीडियाकर्मी बताते हुए कहा कि तुमलोगों ने फर्जी सामान रखा है, इसका दस्तावेज दिखाओ. नदीम ने मना कर दिया. इसके बाद वे लोग उनके ड्राइवर से धक्का-मुक्की करने लगे. युवकों ने नदीम से पैसे मांगे. नदीम ने विरोध किया तो चारों ने गाड़ी की तलाशी ली और उसमें रखे सेनिटाइजर का बिल और वसूली के 48 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए.
लोगों को डरा-धमकाकर करते थे वसूली
सुपेला पुलिस ने लूट के मामले में मानिकपुरी निवासी रामनगर आजाद चौक के कथित पत्रकार योगेश्वर, पोटिया रोड दुर्ग डिपरापारा निवासी टामेन्द्र सिन्हा, कृपाचंद सोनवानी निवासी भिलाई-3 और तामेश्वर तिवारी निवासी कातुलबोर्ड हरी नगर दुर्ग निवासी की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटे 48 हजार रुपए, 3 बाइक और गिरोह के मास्टर माइंड योगेश्वर मानिकपुरी के पास से दो वाकी-टॉकी, अलग-अलग मीडिया संस्थानों के परिचय पत्र, माइक-आईडी और खाकी वर्दी आदि बरामद किये हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक बाइक भी जब्त की है. बाइक में डायल 112 लिखा है. इसी पर घूमकर आरोपी लोगों को डरा-धमकाकर वसूली करते थे.