दुर्ग: बालोद जिले के दल्लीराजहरा की रहने वाली एक महिला ने 31 मई 2019 को अपनी छोटी बहन के अगवा होने की शिकायत थाना में दर्ज कराई थी, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद युवती का सुराग नहीं मिला.
पीड़िता ने बताया कि छोटी बहन के लापता होने के बाद उसने मोहन नगर थाने में FIR दर्ज कराई थी. इसके साथ ही परिजन पिछले एक साल से उसकी तलाश में भटक रहे हैं, लेकिन अब तक बहन का कोई सुराग नहीं मिला है. पीड़िता के मुताबिक जब से उसकी छोटी बहन गायब हुई, तब से आज तक उसकी तलाश के लिए वो प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, पुलिस विभाग के आला अधिकारियों को पत्र लिखकर फरियाद लगा चुकी है, लेकिन जब कहीं से कई मदद नहीं मिली तो उसने एक बार फिर से दुर्ग के एसपी प्रशांत ठाकुर के पास गुहार लगाने पहुंची, जहां उसे फिर से भरोसा दिलाया गया की जांच चल रही है.
3-4 युवकों ने मिलकर युवती का किया था किडनैप
पीड़िता ने बताया कि अभिषेक उर्फ सोनू नाम के शख्स के साथ उसे आखिरी बार दुर्ग रेलवे स्टेशन के पास देखा गया था. जिसके बाद पीड़िता ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस केस होने के बाद घटना के दो दिन बाद सोनू लौट आया. पुलिस ने सोनू को बुलाकर पूछताछ की थी, लेकिन सोनू ने पुलिस को बताया कि पीड़िता कि छोटी बहन उसी के साथ में ही थी, लेकिन एक कार में 3-4 युवकों ने दोनों का अपहरण कर लिया गया है. इसके बाद उन युवकों मारपीट कर सोनू को वहां से भगा दिया.
पढ़ें- बलौदा बाजार: एटीएम लूट कांड के 7 आरोपी गिरफ्तार, उड़ा ले गए थे 5 लाख 20 हजार रुपये
अपरहणकर्ताओं ने युवक को मारपीट कर भेजा था वापस
अपहरणकर्ताओं ने युवती का आधार कार्ड, आई कार्ड, एटीएम कार्ड भी कथित अपरहणकर्ताओं ने सोनू को देकर उसे वह से भगा दिया. पीड़िता ने बताया कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने से अपनी छोटी बहन को लेकर बेहद चिंतित है. जिला पुलिस जब भी महिला की लाश मिलती है, उस दौरान पुलिस की ओर से उसे बुलाकर लाश कि शिनाख्त कराई जाती है.
जांत में तथ्य के आधार पर की जाएगी कार्रवाई
नगर पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि पुलिस ने मामले कि जांच कि गई है. जिसमें कथन और बयान के आधार पर लड़की बिलासपुर काम करने के सिलसिले से गई हुई है. फिलहाल जांच में जो तथ्य आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.