दुर्ग: मंगलवार को कोहका में वार्ड 22 के वार्डवासियों ने भिलाई नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वार्ड 22 के वार्डवासी अपनी मांगों को लेकर कोहका कुरुद रोड में धरने पर बैठ गए. जिससे रुंगटा कॉलेज के पास करीब एक घंटे तक चक्काजाम लगा रहा. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि वार्ड में विकास कार्यों को लेकर नगर निगम पक्षपाती रवैया अपना रहा है.
भिलाई महापौर पर लगाए गंभीर आरोप: वार्ड 22 की पार्षद अनीता साहू ने आरोप लगाया कि, "जब से निगम की नई सरकार बनी है, तब से वार्ड 22 में एक भी विकास कार्य नहीं हुआ है. पुरानी बस्ती से लेकर सुंदर विहार कॉलोनी तक सड़कें नहीं है. कई जगह सड़कें बारिश के चलते कीचड़ से भरे पड़े हैं. वार्ड की कॉलोनियों में पानी निकासी के लिए नालियां नहीं है. प्रपोजल भेजने के बाद भी निर्माण कार्यों को मंजूरी नहीं दी जा रही है."
भिलाई नगर निगम के महापौर केवल उन्हीं वार्डों में विकास कार्य करवा रहे हैं, जहां कांग्रेस के पार्षद हैं. जहां निर्दलीय और भाजपा के पार्षद हैं, उन वार्डों में भेदभाव पूर्ण कार्य हो रहा है. - अनीता साहू, पार्षद, वार्ड 22
जोन कमिश्नर के भरोसे पर जाम हटाया गया : प्रदर्शन की सूचना के बाद मौके पर जामुल थाना पुलिस दल बल के साथ पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया. इस दौरान वार्डवासियों और पुलिस की हल्की झूमा झटकी भी हुई. वार्डवासी जिम्मेदार अफसरों को बुलाने की जिद पर अड़े हुए थे. जिसके बाद मौके पर तहसीलदार भी पहुंच गए, लेकिन लोगों ने उनकी भी नहीं सुनी. जब जोन कमिश्नर ईशा लहरे मौके पर पहुंची और वार्डवासियों को समझाइश दी. जब जाकर कोहका कुरुद रोड से जाम हटाया गया.
"जरूरत और मांग के अनुसार सभी कार्य कराए जाएंगे": जोन कमिश्नर ईशा लहरे ने बताया कि, "पिछले दिनों भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी वार्डों के विकास कार्यों के लिए राशि मंजूर की है. कुरुद वार्ड 22 के लिए भी 50 लाख की स्वीकृति दी गई है. 25 लाख रुपए के कार्यों का वर्क ऑर्डर जारी किया जा रहा है. वार्ड में जरूरत और मांग के अनुसार सभी कार्य कराए जाएंगे."
भिलाई नगर निगम की जोन कमिश्नर की समझाइश पर वार्डवासियों ने धरना तो खत्म कर दिया. लेकिन प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि वार्ड 22 में विकास कार्यों को जल्द स्वीकृति नहीं मिली, तो आगे और आंदोलन किया जाएगा.