दुर्ग: कोरोना वायरस वैक्सीन के वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया . ड्राई रन में टीके को कोल्ड चेन प्वाइंट से केंद्र तक लाने और टीकाकरण की तमाम प्रक्रिया को व्यवहार और प्रयोग के तौर पर परखा जा रहा है. फिलहाल टीका नहीं लगाया जा रहा है, लेकिन उससे जुड़ी पूरी प्रक्रिया को अपनाया जा रहा है.
ड्राई रन दौरान वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए निर्धारित तापमान की जांच और वैक्सीन को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने की तैयारियों का आकलन होगा. ड्राई रन जिले के जेआरडी स्कूल, एमजे कॉलेज कोहका और पाटन हायर सेकंडरी स्कूल में सुबह 10 से दोपहर 2 बजे का समय निर्धारित किया गया था. हर सेंटर के लिए 10 स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्त किया गया था.
पहले चरण में 14300 लोगों का होगा टीकाकरण
ड्राई रन के लिए बनाए गए सेंटर का जायजा लेने जिले के कलेक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे जेआरडी स्कूल पहुंचे. उन्होंने बताया कि राज्य शासन के निर्देश पर पहले चरण में जिले में लगभग 50 केंद्रों पर 14 हजार 300 लोगों का वैक्सीनेशन होना है. वैक्सीनेशन में किसी तरह की कोई त्रुटि न हो, इसी के मद्देनजर ड्राई रन किया जा रहा है.
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सीएमएचओ भी हुए शामिल
CMHO डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर भी ड्राई रन में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने ड्राई रन के माध्यम से बताया कि यदि किसी व्यक्ति का वैक्सीनेशन किया जाए. उसे खुजली, चक्कर या अन्य किसी तरह की कोई परेशानी हो तो उसे तुरंत ही 108 के माध्यम से जिला अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. इसके लिए पहले से वैक्सीनेशन सेंटर में एम्बुलेंस की व्यवस्था रहेगी.
पांच स्वास्थ्यकर्मियों की लगाई ड्यूटी
वैक्सीनेशन के लिए पांच स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई. जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ सुदामा चंद्राकर ने बताया कि इनमें एक वैक्सीनेशन ऑफिसर रहेंगे. चार अन्य सहयोगी होंगे. इन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि किसी भी परिस्थिति में वैक्सीनेटर को कोई समस्या न हो.
ड्राई रन का जायजा लेने पहुंचे अधिकारी
शासन-प्रशासन वैक्सीनेशन को लेकर किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं चाहता. ऐसे में ड्राई रन का जायजा लेने तमाम बड़े अधिकारी लगातार पहुंचते रहे. इस बीच आईएएस डॉ प्रियंका शुक्ला भी दुर्ग के जेआरडी स्कूल पहुंची. उन्होंने बताया कि राज्य के सात जिलों में 21 सेंटर बनाए गए हैं. सभी जगहों पर वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन किया जा रहा है.
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चार चरण की होगी प्रक्रिया
- वैक्सीनेशन के लिए सेंटर में सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा.
- रजिस्ट्रेशन के बाद वेटिंग एरिया में रुकना होगा, जहां बीपी, टेम्परेचर आदि की जांच होगी.
- उसके बाद वैक्सीनेशन रूम में जाना होगा, जहां वैक्सीनेशन किया जाएगा.
- अंत में अब्जर्वेशन रूम में 30 मिनट तक रुकना होगा, ताकि रिएक्शन की संभावना परखा जा सके.