दुर्ग: छत्तीसगढ़ में कोरोना (Corona in Chhattisgarh) ने हर किसी को खौफजदा कर दिया है. इस बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी शुरू हो गई है. कोरोना काल मे जिन डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जा रहा है. डॉक्टर ही रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने में लगे है. कुछ ऐसा ही मामला भिलाई से सामने आया है. पुलिस ने इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक डॉक्टर है. डॉक्टर के पास से 4 रेमडेसिविर वैक्सीन पुलिस ने बरामद किया है. डॉक्टर वैक्सीन को बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहा था. इस दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
ड्रग इंस्पेक्टर ने ग्राहक बनकर आरोपी को किया गिरफ्तार
आरोपी डॉक्टर डॉ. पीयूष शुक्ला जगदलपुर में शासकीय अस्पताल ( Jagdalpur Government Hospital) में पदस्थ है. डॉक्टर के पास से 4 रेमडेसिविर इंजेक्शन थी. डॉक्टर वैक्सीन को 13 हजार में बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहा था. इसकी जानकारी ड्रग विभाग को मिली. ड्रग इंस्पेक्टर खुद ग्राहक बनकर डॉक्टर को रेमडेसिविर वैक्सीन लेने के लिए फोन किया. वैक्सीन का सौदा होने के बाद सुपेला चौक पर मिलने की बात तय हुई. इसके बाद डॉक्टर अपने साथी कुलेश्वर पटेल के साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के लिए पहुंचा. इसके बाद दोनों आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया. विभाग ने दोनों के पास से 2-2 वैक्सीन बरामद किया है.
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए रायपुर में दो गिरफ्तार
औषधि विभाग कालाबाजारी को लेकर सख्त
सहायक औषधि नियंत्रक बीआर साहू (Assistant Drug Controller BR Sahu) ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर विभाग सख्त है. विभाग को सूचना मिली कि युवक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कलाबाजरी कर रहा है. इसके बाद युवक से संर्पक कर वैक्सीन का सौदा किया. ड्रग इंस्पेक्टर को ग्राहक बनाकर भेजा गया. मौके से दो युवकों को पकड़ कर सुपेला थाने को सौंप दिया गया है.