भिलाई: शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. जिसके बाद लाइसेंस उसके पास पोस्ट से पहुंचने वाला था. शिकायतकर्ता अपने लाइसेंस की वर्तमान स्थिति को ट्रैक कर रहा था. जिस दौरान उसके मोबाइल पर एक मैसेज आया. जिसमें लिखा था कि वे अपने सामान की वर्तमान स्थिति के बारे में पता कर सकते हैं. उस मैसेज में एक फोन नंबर दिया था. जिस पर बात करने पर आरोपित ने शिकायतकर्ता के खाते से तीन किस्तों में कुल 99 हजार 980 रुपये निकाल लिए.
घटना की शिकायत पर भट्ठी पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. भट्ठी पुलिस ने बताया कि "सेक्टर 2 निवासी शिकायतकर्ता घनानंद त्रिपाठी ने ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है."
यह है पूरा मामला: शिकायतकर्ता अपने ड्राइविंग लाइसेंस के लोकेशन ट्रेस कर रहा था. 30 जनवरी की दोपहर में शिकायतकर्ता के मोबाइल पर एक मैसेज आया था. मैसेज में दिए गए मोबाइल नंबर पर फोन करने पर एक व्यक्ति से संपर्क हुआ. उस व्यक्ति ने कहा कि उसके घर के आसपास का लैंडमार्क नहीं मिल रहा है. आरोपित ने कहा कि वो एक फार्म भेज रहा है. जिसकी कीमत दो रुपये है दो रुपये के भुगतान के लिए आरोपित ने यूपीआई का क्यूआर कोड भेजा. लेकिन उस कोड को स्कैन करने पर भुगतान नहीं हुआ. तो शिकायतकर्ता ने प्रक्रिया रोक दी.
ऐसे हुई ठगी: प्रक्रिया रोकने के कुछ घंटे बाद उसके खाते से तीन किस्तों में 99 हजार 980 रुपये कट गए. शिकायतकर्ता ने आशंका जताई कि जिस व्यक्ति से उसने बात की थी. उसी ने लाइसेंस ट्रैक करने का झांसा देकर उससे ठगी की है. शिकायत पर भट्ठी पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी कर जांच शुरू की है. दुर्ग पुलिस लगातार जागरूकता कर रही है ठगी से बचें ठगी के मामले दुर्ग जिले में लगातार बढ़ रही है.