दुर्ग: जिले में दो मासूम बच्चियों को अवैध तरीके से अपने पास रखकर शारीरिक शोषण करने वाले दंपति समेत एक महिला को मोहना नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों पर बच्चियों का शारीरिक प्रताड़ना समेत लैंगिक अपराध के आरोप साबित हुए हैं.
तीनों आरोपी सरकारी नौकरी में पदस्थ हैं. इनमें राजेय देशमुख रेलवेकर्मी, पत्नी गायत्री देशमुख नर्स और उसकी बहन राजनांदगांव के एक निजी बैंक में नौकरी करती है.
बच्चियों से जुड़ी जानकारी की तलाश करने पर सामने आया कि छोटी बच्ची को दंपति ने महज 6 महीने पहले अनैतिक तरीके से अपने कब्जे में लिया था. जबकि बड़ी बच्ची जब एक दिन की थी तब से उसे 50 रुपए के स्टाम्प पेपर पर लिखा-पढ़ी कर अपने पास लेकर आए थे. पुलिस इस मामले को बाल तस्करी के मामले से जोड़कर उच्च स्तरीय जांच कर रही है.
ये है मामला
बता दें कि दुर्ग के सिकोला भाठा के पास साईं नगर स्थित देशमुख दंपत्ति के घर से चाइल्ड लाइन और महिला बाल विकास की टीम ने दो बच्चियों को रेस्क्यू किया था. इनमें एक बच्ची की उम्र 4 और दूसरी की 7 साल है. छोटी बच्ची के शरीर पर कई स्थानों पर चोट के निशान पाए गए थे.
बच्चियों ने किया खुलासा
बच्चियों से पूछताछ किए जाने पर दंपति द्वारा छोटी बच्ची के साथ अमानवीय और लैंगिक अपराध किए जाने का खुलासा हुआ. मामले की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग कलेक्टर अंकित आनंद ने भी तत्काल इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे.
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस जांच के बाद आगे और भी खुलासे करने की बात कह रही है. फिलहाल तीनों आरोपियों को अलग-अलग धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर मोहन नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.