दुर्ग: कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जमकर प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ता स्कूल गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, जिसकी वजह से छात्रों को स्कूल जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था.
'शोर से हुई पढ़ाई में दिक्कत'
सरकार की ओर से शिक्षा को लेकर कई योजनाएं चलाने के साथ ही कई कोशिश की जाती है, लेकिन कई बार पक्ष और विपक्ष राजनीति के चक्कर में यह भूल जाते हैं कि, जिन बच्चों को वो देश का भविष्य कहते हैं, उन्ही की पढ़ाई में वे रोड़ा बनते नजर आते हैं.
'स्कूल बंद होने के बाद हुआ प्रदर्शन'
कांग्रेस के प्रदर्शन में विधायक अरुण वोरा, मंत्री अमरजीत भगत, युवा विधायक देवेन्द्र यादव सहित कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे. जब विधायक अरुण वोरा से सवाल किया गया तो, उनका कहना था कि प्रशासन ने अनुमति दी है. रही बात स्कूल की तो वो 12 बजे बंद हो गया है और उसके बाद हमारा प्रदर्शन हो रहा है.
शोर से परेशान थे छात्र-छात्राएं
मामले की सच्चाई जानने जब हम स्कूल के अंदर पहुंचे तो तस्वीर एकदम उलट थी. बच्चे क्लास में पढ़ाई कर रहे थे और वे बाहर हो रहे शोर से परेशान थे.
पढ़ाई करने में हुई दिक्कत
स्कूल के शिक्षक दबी जुबान से बोल रहे थे, लेकिन वे कैमरे के सामने कुछ कहने से बच रहे थे. कक्षा 9वीं के छात्र करण राजपूत का कहना था कि, जब वे स्कूल पहुंचे तो उन्हें VIP गाड़ियों के काफिले की वजह से उन्हें ट्रैफिक का सामना करना पड़ा और शोरगुल की वजह से उन्हें पढ़ाई करने में दिक्कतें भी आई.
'शोरगुल से हुई समस्या'
वहीं 10वीं के छात्रों का कहना था कि, प्रदर्शन स्थल के बगल में ही उनकी क्लास है और शनिवार को उनका टेस्ट था, लेकिन बाहर से शोरगुल होने की वजह से उन्हें पढ़ाई में दिक्कत आ रही थी.
स्कूल के बाहर प्रदर्शन की मिली इजाजत
छात्रों की माने तो स्कूल के दौरान इस तरह का प्रदर्शन करना सही नहीं है, पर शायद इतनी सी बात सत्ता में रहकर राजनीति करने वालों और अनुमति देने वाले प्रशासन के अधिकारीयों को समझ नहीं आती है.
ऐसे पढ़ेगा तो कैसे बढ़ेगा इंडिया
दुर्ग जिला प्रशासन ने शहर में प्रदर्शन के लिए मानस भवन के स्थल को घोषित किया है, ऐसे में शासकीय स्कूल के बाहर अनुमति क्यों दी गई. पढ़ेगा इंडिया, तभी तो बढ़ेगा इंडिया और स्कूल जाबो पढ़े बर, जिंदगी ला गढे बर का नारा देने वाली सरकारें ही खुद बच्चों की पढ़ाई में समस्या खड़ी करेंगी तो आप ही बताइए भला ऐसे कैसे बढ़ेगा इंडिया.