दुर्ग: गरीबी रेखा से ऊपर वाले उपभोक्ता को राशन बांटने के नाम पर गबन का मामला सामने आया है. दुर्ग खाद्य विभाग की टीम ने राशन दुकान की जांच के दौरान पाया है कि जिन कार्डधारियों को राशन बांटे गए हैं, असल में उन्हें राशन मिला ही नहीं है. इसके बाद महिला समूह के अध्यक्ष और दुकान संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है.
कालका अन्नपूर्णा महिला स्व-सहायता समूह कचहरी वार्ड में उचित मूल्य की दुकान संचालित कर रही है. जहां राशन वितरण में गड़बड़ी की खबर विभाग को मिली थी, जिसकी जांच में पाया गया कि जिन एपीएल कार्डधारकों को राशन बांटे गए हैं, उन्हे राशन मिली नहीं है. इसकी रिपोर्ट बनाकर विभाग ने कलेक्टर को दी थी. जिसपर कलेक्टर ने समूह की अध्यक्ष ज्योति खरे और दुकानदार राकेश गौतम के खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया है.
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खाद्य विभाग को राशन दुकान से 30 क्विंटल चावल, एक क्विंटल शक्कर और 48 लीटर केरोसीन मिला है. इस प्रकरण में दुकान को निलंबत कर दुकान का संचालन दूसरे समूह को दे दिया गया है.