भिलाई : कारगिल विजय दिवस के मौके पर शहीदों को पूरे देश में याद किया जाता है. छत्तीसगढ़ के भिलाई में भी सपूत शहीद कौशल यादव को याद किया गया. कौशल यादव को वीर चक्र से सम्मानित किया जा चुका है. उनके स्मारक स्थल पर भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने पुष्पांजलि अर्पित की. आयोजन में जिले के भूतपूर्व सैनिक, एनसीसी और स्काउट के कैडेट समेत स्कूली बच्चों ने शिरकत की.
देशभक्ति से जुड़े हुए कार्यक्रम : इस दौरान स्कूल के बच्चों ने देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किए. साथ ही एनसीसी कैडेट्स ने सलामी दी. शहीद कौशल यादव ने कारगिल युद्ध के दौरान ऑपरेशन विजय में मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था. भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने दी नम आंखों से शहीद कौशल यादव के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.
'' शहीद कौशल यादव हमेशा अमर रहेंगे. वे हम सब के दिलों में रहेंगे.जब तक हमारी मातृभूमि में ऐसे वीर पैदा होते रहेंगे,तब तक हमारे देश की तरफ दुश्मन आंख उठाकर नहीं देख पाएंगे.''- देवेंद्र यादव,विधायक
कौन थे शहीद कौशल यादव : आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के वीर सपूत कौशल यादव की शहादत को पूरा देश नमन कर रहा है. उन्होंने 1999 में पाकिस्तान से करगिल युद्ध के दौरान अकेले ही जुलू टॉप चोटी पर 30 पाकिस्तानी सैनिकों को धूल चटाई थी. कौशल ने अकेले ही 5 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था. इस्पात नगरी के वीर सपूत शहीद कौशल यादव ऑपरेशन विजय में 25 जुलाई 1999 को भारत-पाक सीमा पर वीरगति को प्राप्त हुए थे.
''कारगिल युद्ध में शहीद हुए सभी जवानों को नमन करता हूं, पाकिस्तान के आतंकवादी ठंड में भारत की सीमा में घुस गए थे.जिन्हें खदेड़ने 8 मई से 26 जुलाई तक कश्मीर में दुश्मनों ने जितनी भारत भूमि पर कब्जा किया था,उसे वीर जवानों ने पुनः वापस लिया.इस लड़ाई में भिलाई के वीर सपूत कौशल यादव शहीद हुए थे.-'' भूललाल देशमुख, भूतपूर्व सैनिक
क्यों मनाया जाता है विजय दिवस : साल 1999 में पाकिस्तानी घुसपैठियों ने भारत में घुसकर कारगिल क्षेत्र के कई जगहों पर कब्जा कर लिया था.जिसके बाद भारत सरकार को इसकी जानकारी हुई. सरकार ने ऑपरेशन विजय नाम से अभियान चलाया और 2 लाख सैनिकों को कारगिल क्षेत्र में भेजा. यह युद्ध आधिकारिक रूप से 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ. इस युद्ध के दौरान 527 सैनिकों ने अपने जीवन का बलिदान दिया और 1400 जवान घायल हुए थे.