दुर्ग : हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति अरुणा पल्टा ने पदभार ग्रहण किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बड़ी जिम्मेदारी के साथ अब विश्वविद्यालय के लिए बड़ा काम करना है. पल्टा वहीं शख्सियत हैं, जिन्होंने बतौर प्राचार्य शानदार नेतृत्व से रायपुर के राधाबाई शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय को सिर्फ 3 साल में ही संभाग के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज का अवॉर्ड दिलाया था.
यह कॉलेज उनकी ही लीडरशिप में 219 विद्यार्थियों के साथ शासकीय स्कूल के भवन में शुरू हुआ था. कुलपति ने विश्वविद्यालय में छात्राओं को होने वाली दिक्कतों को प्राथमिकता से दूर करने की बात कही है.
इन पर रहेगी पैनी नजर
उन्होंने कहा कि परीक्षा विभाग के छोटे से छोटे काम पर मेरी पैनी नजर रहेगी. छात्रों के फार्म भरने से लेकर उनके नतीजे जारी होने तक की सारी प्रक्रिया पर फोकस रहेगा. मेरी कोशिश होगी कि परीक्षा फार्म भरते समय ही उनके नाम की स्पेलिंग, उनके माता, पिता के नाम के अक्षर सही हो, जन्म तिथि का मुद्रण ठीक हो. विषय कोड में भी किसी तरह की परेशानी न हो, इन तथ्यों पर मेरी पूरी नजर रहेगी, जिससे छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े.
इस तरह हुई सफर की शुरुआत
वह साल 1981 में सहायक प्राध्यापक के रूप में चुनी गईं. डीबी गर्ल्स कॉलेज में 28 साल तक पढ़ाय फिर नवीन गर्ल्स कॉलेज में प्राचार्य बनीं. वहां लॉन, जिम, पार्किंग समेत कई चीजें बनवाई. इसी वजह से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बेस्ट कॉलेज के आवॉर्ड से सम्मानित किया.