दुर्ग: छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हो रही है. आए दिन सैकड़ों की संख्या में नए मरीजों की पहचान हो रही है. ऐसे में जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. दुर्ग जिले में नाइट कर्फ्यू को लेकर सुगबुगाहट भी तेज हो गई है. नाइट कर्फ्यू लगेगा या नहीं? इसका फैसला जिला प्रशासन आज ले सकता है. कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि नाइट कर्फ्यू को लेकर बातचीत की जा रही है. जल्द ही इसका फैसला लिया जा सकता है.
टाइमिंग को लेकर चर्चा
कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने बताया कि जिला प्रशासन नाइट कर्फ्यू के लिए चर्चा कर रही है. टाइमिंग क्या होगी इसे लेकर भी चर्चा की जा रही है. चर्चा के बाद नाइट कर्फ्यू को लेकर फैसला लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि आज शाम तक जिला प्रशासन फैसला करेगी कि नाइट कर्फ्यू दुर्ग जिले में लागू होगा या नहीं.
कोरोना पर बड़ा फैसला: सरकार ने कलेक्टरों को दिया नाइट कर्फ्यू लगाने का अधिकार
आपात बैठक में सीएम ने कलेक्टरों पर छोड़ा था निर्णय
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 28 मार्च को कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए आपात बैठक बुलाई थी. बैठक में मंत्रिमंडल के सदस्यों के अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों की बैठक ली गई थी. बैठक में रात 9 बजे के बाद दुकाने बंद करने का निर्णय लिया गया. वहीं नाइट कर्फ्यू लगाना है या नहीं उसका फैसला कलेक्टरों पर छोड़ दिया गया था.
महापौर ने की लॉकडाउन की मांग
बढ़ते करोना मरीजों की संख्या को देखते हुए दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल ने लॉकडाउन लगाने की मांग कलेक्टर से की है. उन्होंने पत्र लिखकर कहा कि कोरोना के मामले तेजी के साथ दुर्ग में बढ़ रहे हैं. दुर्ग जिला कोरोना हॉटस्पॉट बन रहा है. इसे नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन जरुरी है. होली के दिन भी 509 नए संक्रमित मिले हैं. जबकि 4 लोगों की मौत हो गई.