दुर्ग: छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई जारी है. ज्यादा ब्याज का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले दो आरोपियों को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दोनों चिटफंड कंपनियों के डायरेक्टर बताए जा रहे हैं. दुर्ग पुलिस ने कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के डायरेक्टर शहाजान खान को रायगढ़ से अरेस्ट किया है. जबकि साईं प्रकाश प्रॉपर्टी डेवलपमेंट लिमिटेड के डायरेक्टर रणविजय सिंह बघेल को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर ने धर दबोचा है.
6 साल से ज्यादा समय से दोनों थे फरार: पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी करीब 6 साल से ज्यादा समय से फरार चल रहे थे. इनमें शाहजान खान 8 साल से और रणविजय सिंह बघेल 6 साल से फरार था. दोनों आरोपियों ने दुर्ग के निवेशकों को निवेश के जरिए कम समय में ज्यादा रिटर्न का भरोसा दिया था. उसके बाद निवेश की रकम न लौटाकर ये लोग फरार हो गए. निवेशकों ने चिटफंड कंपनी के दोनों निवेशकों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. उसके बाद से पुलिस इनकी तलाश कर रही थी.
कई राज्यों में दुर्ग पुलिस ने की छापेमारी: छत्तीसगढ़ पुलिस ने पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में चिटफंड कंपनी के दोनों निदेशकों के खिलाफ कार्रवाई की. दोनों राज्यों में छापे मारे गए. लेकिन इन रेड में किसी तरह की कोई सफलता नहीं मिल रही थी. शुक्रवार को दुर्ग पुलिस को सफलता मिली और दोनों आरोपी गिरफ्तार किए गए. पुलिस को सूचना मिली थी कि कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के डायरेक्टर आरोपी शाहजान खान रायगढ़ में छिपा है. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की. शाहजान खान को रायगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया. दूसरी तरफ साईं प्रकाश डेवलपमेंट प्रॉपर्टी लिमिटेड के डायरेक्टर रणविजय सिंह के भुवनेश्वर में छिपे होने की जानकारी पुलिस को मिली, उसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
दोनों आरोपियों को कोर्ट में किया गया पेश: चिटफंड कंपनी के दोनों निदेशकों को दुर्ग पुलिस ने अदालत में पेश किया. कोर्ट ने कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के डायरेक्टर आरोपी शाहजान खान और साईं प्रकाश डेवलपमेंट प्रॉपर्टी लिमिटेड के डायरेक्टर रणविजय सिंह को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है.
चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई से छत्तीसगढ़ की जनता को अपने डूबे पैसे वापस मिलने की उम्मीद जगी है. अब देखना होगा कि कब तक चिटफंड कंपनियों में डूबे पैसे निवेशकों को वापस मिलते हैं.