धमतरी : छत्तीसगढ़ में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के केस रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. धमतरी क्षेत्र में एक महिला ने पति और ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है. पीड़ित महिला मथुराडीह की रहने वाली है, जो इन दिनों न्याय के लिए दर-दर भटक रही है. रायपुर से लेकर धमतरी तक महिला न्याय की गुहार लगा चुकी है. महिला ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं, पीड़ित का कहना है कि दहेज के नाम पर उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. जिसकी वजह से वह अपने 3 बच्चों को लेकर घर से निकल गई.
आपबीती बताते हुए महिला की आंख से आंसू छलग उठे. पीड़ित ने बताया कि उसकी शादी रायपुर के उरला इलाके में रहने वाले विजय चक्रधारी से साल 2009 में हुई थी. विवाह के बाद से ससुराल पक्ष की ओर से अत्याचार बढ़ता गया. महिला ने बताया कि ससुराल के लोग उससे दहेज की मांग करते थे और उसे पागल साबित करने के लिए अन्धविश्वास का भी सहारा लिया. वहीं बार बार प्रताड़ित होने के बावजूद अपने मायके पक्ष को भी जानकारी नहीं दी, क्योंकि वह अपना परिवार बचाना चाहती थी.
महिला का आरोप है कि, उसकी सहनशीलता का फायदा उठाते हुए ससुराल के लोगों प्रताड़ना का सिलसिला जारी रखा, बात बाल उखाड़ने तक पहुंच गई. जिसके बाद महिला ने प्रताड़ना की शिकायत मुख्यमंत्री, राज्यपाल से लेकर रायपुर के कलेक्टर और धमतरी थाना तक में कर दी. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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कलेक्टर ने दिलाया न्याय का भरोसा
आखिर में महिला थक हार कर धमतरी कलेक्टर के समक्ष पहुंच कर अपनी व्यथा सुनाई. जिसपर कलेक्टर ने पीड़िता को न्याय दिलाने की बात कही है. इसके साथ ही उन्होंने महिला को सखी सेंटर में रहने और बच्चों को बाल गृह में रखने का इंतजाम करा कर पूरी जांच कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है.