धमतरी: वैसे तो शहर में आम आवाम को बुनियादी सहूलियतें देने वाला नगर निगम अपने इन्तेजामात को लेकर तमाम दावे करता है, लेकिन वक्त आने पर उनकी संजीदगी के ये दावे सिफर नजर आते हैं, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है.
सड़कों पर भरा पानी
महज आधे घंटे की बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया. बारिश से शहर के करीब हर गली-मोहल्लों में जलभराव से लोग खासे परेशान दिखे. हलाकि ये कोई नई बात नहीं है, मानसून के वक्त अमूमन पूरे शहर की तस्वीर ऐसी ही नजर आती है. सडकों पर तीन चार फीट पानी भर जाता है और शहर की रफ्तार थम सी जाती है.
हर साल होते हैं दावे
हर साल बरसात के पहले नगर निगम जल भराव की समस्या दूर करने का भरोसा दिलाता है, लेकिन उनके सारे दावे धरे के धरे रह जाते हैं और बरसात आते ही शहर की सड़के जलमग्न हो जाती हैं.
हर साल रहता है यही हाल
निगम महकमे से बारिश से पहले नालियों की सफाई की मांग की जाती है, लेकिन निगम अमला नाली सफाई तो दूर इन्हें देखने तक नहीं आता. विपक्ष निगम प्रशासन के तमाम दावों को खोखला बता रहा है, वहीं नगर निगम बारिश से पहले तमाम व्यवस्था करने की बात कर रहा है.