धमतरी: प्रदेश में हो रही बेमौसम बारिश ने धान के भंडारण की पोल खोल कर रख दी है. लगातार हो रही बारिश की वजह से धान खरीदी पर खासा असर पड़ा है. गुरुवार को हुई बारिश से धमतरी जिले के कई सोसायटियों में रखा धान भीग गया है. हालांकि दिन में ही बारिश के आसार बन चुके थे. लेकिन इसके बावजूद सोसायटी प्रबंधकों की तरफ से तिरपाल का प्रबंध नहीं किया गया. खासतौर पर नगरी इलाके के बेलरगांव, सिहावा, उमरगांव सोसाइटी में रखे धान को खासा नुकसान हुआ है.
किसानों को भारी नुकसान की आशंका
वर्तमान में कई किसान अपनी फसल को सहकारी समिति में बेचने के लिए लाए हैं. उनकी फसल भी खुले आसमान के नीचे रखी है. यदि मौसम का रुख ऐसे ही रहा तो किसानों को भारी नुकसान हो सकता है.
सोसायटी प्रबंधक ने मानी गलती
किसानों ने बताया कि समिति से अगले माह का टोकन मिला हुआ है. तब तक बारिश की चिंता सता रही है. कई समितियों में परिवहन के अभाव में धान खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है. इससे धान बर्बाद होने की आशंका बढ़ गई है. जबकि नमी की वजह से तौल में अंतर आ सकता है. इस संबंध में सिहावा सोसायटी के प्रबंधक ने गलती मानते हुए नुकसान को नॉमिनल बताया है.
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सोसायटी प्रबंधकों की लापरवाही ने किया बेड़ा गर्क
बता दें कि जिला प्रशासन ने जिले के सभी धान खरीद केंद्रों में बारिश से बचने के लिए पहले ही हिदायत दे दी थी. जिसके बावजूद सोसायटी प्रबंधकों के लापरवाही से शासन को लाखों का नुकसान हो सकता है.