ETV Bharat / state

सोसायटी प्रबंधकों की लापरवाही से भीगा हजारों क्विंटल धान - Thousands of quintals of paddy

जिले में हो रही बेमौसम बारिश से कई सोसायटियों में रखा धान भीग चुका है. वैसे दिन में ही बारिश के आसार बन चुके थे. वहीं सोसायटी प्रबंधकों ने इसके लिए तिरपालों का प्रबंध भी नहीं किया.

धान के भंडारण में लापरवाही
धान के भंडारण में लापरवाही
author img

By

Published : Jan 3, 2020, 6:04 PM IST

धमतरी: प्रदेश में हो रही बेमौसम बारिश ने धान के भंडारण की पोल खोल कर रख दी है. लगातार हो रही बारिश की वजह से धान खरीदी पर खासा असर पड़ा है. गुरुवार को हुई बारिश से धमतरी जिले के कई सोसायटियों में रखा धान भीग गया है. हालांकि दिन में ही बारिश के आसार बन चुके थे. लेकिन इसके बावजूद सोसायटी प्रबंधकों की तरफ से तिरपाल का प्रबंध नहीं किया गया. खासतौर पर नगरी इलाके के बेलरगांव, सिहावा, उमरगांव सोसाइटी में रखे धान को खासा नुकसान हुआ है.

धान के भंडारण में लापरवाही

किसानों को भारी नुकसान की आशंका
वर्तमान में कई किसान अपनी फसल को सहकारी समिति में बेचने के लिए लाए हैं. उनकी फसल भी खुले आसमान के नीचे रखी है. यदि मौसम का रुख ऐसे ही रहा तो किसानों को भारी नुकसान हो सकता है.

सोसायटी प्रबंधक ने मानी गलती
किसानों ने बताया कि समिति से अगले माह का टोकन मिला हुआ है. तब तक बारिश की चिंता सता रही है. कई समितियों में परिवहन के अभाव में धान खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है. इससे धान बर्बाद होने की आशंका बढ़ गई है. जबकि नमी की वजह से तौल में अंतर आ सकता है. इस संबंध में सिहावा सोसायटी के प्रबंधक ने गलती मानते हुए नुकसान को नॉमिनल बताया है.

पढ़े: कोंडागांव: मौसम ने ली करवट, बारिश की वजह से ठंड में हुई बढ़ोतरी

सोसायटी प्रबंधकों की लापरवाही ने किया बेड़ा गर्क
बता दें कि जिला प्रशासन ने जिले के सभी धान खरीद केंद्रों में बारिश से बचने के लिए पहले ही हिदायत दे दी थी. जिसके बावजूद सोसायटी प्रबंधकों के लापरवाही से शासन को लाखों का नुकसान हो सकता है.

धमतरी: प्रदेश में हो रही बेमौसम बारिश ने धान के भंडारण की पोल खोल कर रख दी है. लगातार हो रही बारिश की वजह से धान खरीदी पर खासा असर पड़ा है. गुरुवार को हुई बारिश से धमतरी जिले के कई सोसायटियों में रखा धान भीग गया है. हालांकि दिन में ही बारिश के आसार बन चुके थे. लेकिन इसके बावजूद सोसायटी प्रबंधकों की तरफ से तिरपाल का प्रबंध नहीं किया गया. खासतौर पर नगरी इलाके के बेलरगांव, सिहावा, उमरगांव सोसाइटी में रखे धान को खासा नुकसान हुआ है.

धान के भंडारण में लापरवाही

किसानों को भारी नुकसान की आशंका
वर्तमान में कई किसान अपनी फसल को सहकारी समिति में बेचने के लिए लाए हैं. उनकी फसल भी खुले आसमान के नीचे रखी है. यदि मौसम का रुख ऐसे ही रहा तो किसानों को भारी नुकसान हो सकता है.

सोसायटी प्रबंधक ने मानी गलती
किसानों ने बताया कि समिति से अगले माह का टोकन मिला हुआ है. तब तक बारिश की चिंता सता रही है. कई समितियों में परिवहन के अभाव में धान खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है. इससे धान बर्बाद होने की आशंका बढ़ गई है. जबकि नमी की वजह से तौल में अंतर आ सकता है. इस संबंध में सिहावा सोसायटी के प्रबंधक ने गलती मानते हुए नुकसान को नॉमिनल बताया है.

पढ़े: कोंडागांव: मौसम ने ली करवट, बारिश की वजह से ठंड में हुई बढ़ोतरी

सोसायटी प्रबंधकों की लापरवाही ने किया बेड़ा गर्क
बता दें कि जिला प्रशासन ने जिले के सभी धान खरीद केंद्रों में बारिश से बचने के लिए पहले ही हिदायत दे दी थी. जिसके बावजूद सोसायटी प्रबंधकों के लापरवाही से शासन को लाखों का नुकसान हो सकता है.

Intro:नया साल में मौसम ने जो अचानक तेवर बदले उससे धान खरीदी पर खासा असर पड़ा है.गुरूवार को हुई बारिश से धमतरी जिले के कई सोसायटियो में रखा धान भीग गया.हालाकि दिन में ही बारिश के आसार बन चुके थे लेकिन इसके बावजूद सोसायटी प्रबंधनो की तरफ से तीरपालो का प्रबंध नहीं किया गया.खासतौर पर नगरी इलाके के बेलरगाव,सिहावा,उमरगांव,सोसाइटी में धान को खासा नुकसान हुआ है.

Body:वर्तमान में कई किसानों ने अपनी फसल मिंजाई करने के बाद सहकारी समिति में बेचने के लिए लाए हैं उनकी फसल भी खुले आसमान के नीचे में रखी है यदि मौसम का रुख ऐसे ही रहा तो किसानों को भारी नुकसान हो सकता है.किसानों ने बताया कि समिति से अगले माह का टोकन मिला हुआ है तब तक बारिश की चिंता सता रही है.कई समितियों ने धान उठाव नहीं होने एवं परिवहन के अभाव में खुले आसमान के नीचे धान रखा हुआ है.इसे पर्याप्त सुरक्षा के अभाव में नुकसान होने की संभावना है नमी की वजह से तौल में अंतर आ सकता है.इस संबंध में सिहावा सोसायटी के प्रबंधक ने गलती स्वीकारते हुए नुकसान को नॉमिनल बताया.

Conclusion:जिला प्रशासन ने जिले के सभी धान खरीद केंद्रों में बारिश से बचने हिदायत दी थी जबकि सोसायटियों के द्वारा लापरवाही करने से शासन को लाखों का नुकसान पहुचाने में कोई कसर नही छोड़ रही है.

बाइट_01 मोहन साहू,किसान
बाइट_02 आसू सोनी,प्रबंधक सिहावा सोसायटी 

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी



ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.