धमतरी: जिले के मगरलोड क्षेत्र के मोहंदी वनपरिक्षेत्र में इन दिनों हरा सोना तेंदूपत्ता का संग्रहण तेजी से चल रहा है. ग्रामीण सुबह से जंगलों की ओर रुख कर तेंदूपत्ता जमा कर शाम होते ही इसे बेचने के लिए फड़ो पर पहुंच रहे हैं. एक तरफ कोरोना महामारी में लॉकडाउन के कारण लोगों को रोजगार छिन रहा है. काम धंधे बंद पड़े हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन में भी काम मिलने से ग्रामीण काफी खुश हैं. हर दिन सोशल डिस्टेंसिंग के साथ काम कर रहे हैं.
मोहंदी समिति को 1700 मानक बोरा का लक्ष्य मिला
प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति से मिली जानकारी अनुसार 8 मई से तेंदूपत्ता तोड़ने का काम जारी है. जिसमें मोहंदी, पठार, बिरझूली, खड़मा समिति शामिल है. जानकारी के अनुसार मोहंदी समिति को 1700 मानक बोरा, बिरझूली समिति को 1000, खड़मा समिति को 1200 और पठार समिति को 900 मानक बोरा का लक्ष्य मिला है.
छत्तीसगढ़ में 16.71 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य
सोशल डिस्टेंस के साथ काम कर रहे ग्रामीण
तेंदूपत्ता तोड़ रहे ग्रामीणों ने कहा कि यहां दो दिन से तेंदूपत्ता तुड़ाई का काम चल रहा है. प्रति सैकड़ा 400 रुपए हमें मिल रहा है. केंद्र के मुंशी गोविंद ने कहा कि फड़ दो दिन से चल रहा है. यहां पर 210 ग्रामीणों को रोजगार मिला है. ग्रामीण जागरुकता का परिचय देते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ काम कर रहे हैं.