धमतरी: पढ़ई तुंहर दुआर की तर्ज पर जिले में अब मोहल्ला क्लास शुरू किया गया है, जिसमें शिक्षित युवक-युवतियों ने अपने मोहल्ले के बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया है.ये युवक-युवतियां मोहल्ला क्लास लगाकर कक्षावार और विषयवार बच्चों को समूह में बांटकर पढ़ाई करा रहे हैं.
प्रदेश में कोरोना के कारण फिलहाल स्कूल खुलना अभी निश्चित नहीं है. इसलिए राज्य शासन की ओर से स्कूली विद्यार्थियों को घर और उनके आस-पास के स्थान पर शिक्षा पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. इस अभियान को शिक्षक और वालंटियर भरपूर सहयोग दे रहे हैं. हर एक बच्चों तक स्कूली शिक्षा पहुंचाने के सकारात्मक सोच के साथ अब शिक्षित युवक-युवतियां भी योगदान देने आगे आ रहे हैं.
धमतरी ब्लॉक के अलग-अलग गांवों में मोहल्ला क्लास शुरू
जिले में पढ़ई तुंहर दुआर,सीख कार्यक्रम और अन्य गतिविधियों का नियमित संचालन हो रहा है. बता दें कि पढ़ई तुंहर दुआर के तर्ज पर धमतरी ब्लॉक के अलग-अलग गांवों में मोहल्ला क्लास शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को शिक्षा देना है.
गांव के तीन अलग-अलग जगहों पर किया जा रहा मोहल्ला क्लास का संचालन
जिले के परसतराई गांव में शिक्षित युवक-युवतियों ने टीम बनाकर मोहल्ले के हर गली के बच्चों को पढ़ाने की जवाबदारी संभाली है. गांव के तीन अलग-अलग जगहों पर मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है, जिसमें बच्चे बड़े ही उत्साह के साथ शामिल हो रहे हैं. इस काम में ग्रामीणों और शाला प्रबंधन एवं विकास समितियों से भी सहयोग लिया जा रहा है.
मोहल्ला क्लास की हो रही तारीफ
इन मोहल्ला क्लास में पढ़ा रहे युवक-युवतियों का कहना है कि बच्चे मोहल्ला क्लास में रुचि ले रहे हैं और मन लगाकर पढ़ाई के साथ विभिन्न गतिविधियों में भी भाग ले रहे हैं. वे बताते हैं कि रोजाना दो से ढाई घंटे तक बच्चों को पढ़ाई कराते हैं और बच्चे भी मजे लेकर क्लास तक पहुंच रहे हैं. गांव के जनप्रतिनिधियों ने युवतियों द्वारा टीम बनाकर मोहल्ला क्लास शुरू करने की इस कोशिश को सराहनीय पहल बताया है.
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फिलहाल शिक्षा क्षेत्र में युवक युवतियों की सकारात्मक पहल अन्य लोगों को भी प्रेरित कर रही है. वहीं वैकल्पिक शिक्षा व्यवस्था के तहत बच्चों की पढ़ाई भी नहीं रुक रही है. ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों के पढ़ाई को लेकर बेफिक्र हैं.
हर साल जून-जुलाई से शुरू हो जाता था स्कूल शिक्षा सत्र
स्कूल शिक्षा सत्र हर साल जून-जुलाई से शुरू हो जाता है,लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से स्कूल समय पर शुरू नहीं हो पाया है. वहीं राज्य शासन ने छात्रों की शिक्षा को सुचारू तरीके से जारी रखने के लिए पढ़ई तुंहर दुआर योजनाओं के जरिए ऑनलाइन पढ़ाई कराने का काम शुरू किया है,जिससे उनकी पढ़ाई में किसी तरह की कोई परेशानी न आए.