धमतरी: आओ स्कूल चलें हम आपको लगातार छत्तीसगढ़ की बेहतर और सकारात्मक तस्वीरें दिखा रहे हैं. इसी सफर में आज आपको लेकर चलते हैं नगरी इलाके के हिर्रीडीह स्कूल, जहां बच्चों की संख्या है 18. सभी आदिवासी और मजदूर परिवार से लेकिन अंग्रेजी बोलने में माहिर. ये बच्चे किसी भी निजी स्कूल के स्टूडेंट्स को मात देते नजर आते हैं.
रिजल्ट्स की बात करें तो ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई बच्चा यहां फेल हुआ हो. बीते सत्र में स्कूल का रिजल्ट शत-प्रतिशत रहा है. टीचर बच्चों को कंप्यूटर के साथ-साथ सामान्य ज्ञान की शिक्षा भी दे रहे हैं. यही वजह है कि यहां के बच्चों का जनरल नॉलेज भी बहुत अच्छा है. शिक्षकों ने अपने बच्चों का दाखिला भी यहां कराया है.
इंटरनेट से भी सीखते हैं बच्चे
टीचर बताते हैं कि इस बार एकल विद्यालय में इसी स्कूल के एक बच्चे ने 9वीं रैंक हासिल की है. वे कहते हैं कि स्कूल के बच्चे पढ़ने-लिखने में बहुत होशियार हैं. किताबों के साथ छात्र-छात्राओं को इंटरनेट के माध्यम से देश-दुनिया से जोड़ा जाता है.
पूरी लगन से बच्चों को पढ़ाते हैं शिक्षक
ग्रामीणों का कहना है कि टीचर हमेशा उपस्थित रहते हैं और पूरी लगन के साथ उनके बच्चों को पढ़ाते हैं. एक बेहतर माहौल यहां बच्चों को दिया जाता है.
परफॉर्मेंस देख विभाग भी है खुश
इधर, इस स्कूल में पढ़ाई के स्तर और बच्चों के लगन को देखकर विभाग भी बेहद खुश है. उनका मानना है कि हिर्रीडीह स्कूल की टीचिंग क्वॉलिटी बहुत अच्छी है और शिक्षक अच्छा काम कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में ऐसे कई स्कूल हैं जो बेहतर पढ़ाई, सुविधाएं और नवाचार के लिए जाने जा रहे हैं और इनकी तस्वीर भी हम आपके सामने लेकर आए हैं. उम्मीद है इन स्कूलों पर शिक्षा विभाग ध्यान दे और बाकी विद्यालयों को भी इनके स्तर तक लाने के लिए प्रयास करे.