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SPECIAL: फर्राटेदार इंग्लिश और बढ़िया जनरल नॉलेज, कमाल है छत्तीसगढ़ का ये सरकारी स्कूल

हिर्रीडीह स्कूल के बच्चे अंग्रेजी बोलने में माहिर है. ये बच्चे किसी भी निजी स्कूल के स्टूडेंट्स को मात देते नजर आते हैं. यहां के बच्चों का जनरल नॉलेज भी बहुत अच्छा है.

स्पेशल स्टोरी
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Published : Jul 11, 2019, 9:00 PM IST

धमतरी: आओ स्कूल चलें हम आपको लगातार छत्तीसगढ़ की बेहतर और सकारात्मक तस्वीरें दिखा रहे हैं. इसी सफर में आज आपको लेकर चलते हैं नगरी इलाके के हिर्रीडीह स्कूल, जहां बच्चों की संख्या है 18. सभी आदिवासी और मजदूर परिवार से लेकिन अंग्रेजी बोलने में माहिर. ये बच्चे किसी भी निजी स्कूल के स्टूडेंट्स को मात देते नजर आते हैं.

स्पेशल स्टोरी

रिजल्ट्स की बात करें तो ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई बच्चा यहां फेल हुआ हो. बीते सत्र में स्कूल का रिजल्ट शत-प्रतिशत रहा है. टीचर बच्चों को कंप्यूटर के साथ-साथ सामान्य ज्ञान की शिक्षा भी दे रहे हैं. यही वजह है कि यहां के बच्चों का जनरल नॉलेज भी बहुत अच्छा है. शिक्षकों ने अपने बच्चों का दाखिला भी यहां कराया है.

इंटरनेट से भी सीखते हैं बच्चे

टीचर बताते हैं कि इस बार एकल विद्यालय में इसी स्कूल के एक बच्चे ने 9वीं रैंक हासिल की है. वे कहते हैं कि स्कूल के बच्चे पढ़ने-लिखने में बहुत होशियार हैं. किताबों के साथ छात्र-छात्राओं को इंटरनेट के माध्यम से देश-दुनिया से जोड़ा जाता है.

पूरी लगन से बच्चों को पढ़ाते हैं शिक्षक

ग्रामीणों का कहना है कि टीचर हमेशा उपस्थित रहते हैं और पूरी लगन के साथ उनके बच्चों को पढ़ाते हैं. एक बेहतर माहौल यहां बच्चों को दिया जाता है.

परफॉर्मेंस देख विभाग भी है खुश

इधर, इस स्कूल में पढ़ाई के स्तर और बच्चों के लगन को देखकर विभाग भी बेहद खुश है. उनका मानना है कि हिर्रीडीह स्कूल की टीचिंग क्वॉलिटी बहुत अच्छी है और शिक्षक अच्छा काम कर रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में ऐसे कई स्कूल हैं जो बेहतर पढ़ाई, सुविधाएं और नवाचार के लिए जाने जा रहे हैं और इनकी तस्वीर भी हम आपके सामने लेकर आए हैं. उम्मीद है इन स्कूलों पर शिक्षा विभाग ध्यान दे और बाकी विद्यालयों को भी इनके स्तर तक लाने के लिए प्रयास करे.

धमतरी: आओ स्कूल चलें हम आपको लगातार छत्तीसगढ़ की बेहतर और सकारात्मक तस्वीरें दिखा रहे हैं. इसी सफर में आज आपको लेकर चलते हैं नगरी इलाके के हिर्रीडीह स्कूल, जहां बच्चों की संख्या है 18. सभी आदिवासी और मजदूर परिवार से लेकिन अंग्रेजी बोलने में माहिर. ये बच्चे किसी भी निजी स्कूल के स्टूडेंट्स को मात देते नजर आते हैं.

स्पेशल स्टोरी

रिजल्ट्स की बात करें तो ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई बच्चा यहां फेल हुआ हो. बीते सत्र में स्कूल का रिजल्ट शत-प्रतिशत रहा है. टीचर बच्चों को कंप्यूटर के साथ-साथ सामान्य ज्ञान की शिक्षा भी दे रहे हैं. यही वजह है कि यहां के बच्चों का जनरल नॉलेज भी बहुत अच्छा है. शिक्षकों ने अपने बच्चों का दाखिला भी यहां कराया है.

इंटरनेट से भी सीखते हैं बच्चे

टीचर बताते हैं कि इस बार एकल विद्यालय में इसी स्कूल के एक बच्चे ने 9वीं रैंक हासिल की है. वे कहते हैं कि स्कूल के बच्चे पढ़ने-लिखने में बहुत होशियार हैं. किताबों के साथ छात्र-छात्राओं को इंटरनेट के माध्यम से देश-दुनिया से जोड़ा जाता है.

पूरी लगन से बच्चों को पढ़ाते हैं शिक्षक

ग्रामीणों का कहना है कि टीचर हमेशा उपस्थित रहते हैं और पूरी लगन के साथ उनके बच्चों को पढ़ाते हैं. एक बेहतर माहौल यहां बच्चों को दिया जाता है.

परफॉर्मेंस देख विभाग भी है खुश

इधर, इस स्कूल में पढ़ाई के स्तर और बच्चों के लगन को देखकर विभाग भी बेहद खुश है. उनका मानना है कि हिर्रीडीह स्कूल की टीचिंग क्वॉलिटी बहुत अच्छी है और शिक्षक अच्छा काम कर रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में ऐसे कई स्कूल हैं जो बेहतर पढ़ाई, सुविधाएं और नवाचार के लिए जाने जा रहे हैं और इनकी तस्वीर भी हम आपके सामने लेकर आए हैं. उम्मीद है इन स्कूलों पर शिक्षा विभाग ध्यान दे और बाकी विद्यालयों को भी इनके स्तर तक लाने के लिए प्रयास करे.

Intro:यहां के बच्चे इंग्लिश में माहिर

अमूमन गांव की अपेक्षा शहर में पढ़ने वाले बच्चे पढ़ने लिखने में बहुत तेज माने जाते है लेकिन धमतरी जिले के वनाचंल इलाके में आने वाले एक स्कूल ऐसा भी है जहां बच्चे पढ़ने लिखने में शहरी क्षेत्रों के बच्चों को भी मात दे रही है.इस स्कूल के बच्चे इंग्लिश पढ़ने में और बोलने में इतने तेज है कि एकबारगी देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे.

दरअसल नगरी इलाके के हिर्रीडीह स्कूल एकल विद्यालयों में से एक है और इस स्कूल में करीब 18 बच्चे पढ़ते है जिनमे ज्यादातर आदिवासी बच्चे है.वही मजदूर परिवार से आते है.परीक्षा परिणामों की बात करे तो बीते सत्र में स्कूल का रिजल्ट शत प्रतिशत रहा है.अन्य सरकारी स्कूलों से पढ़ाई का वातावरण अच्छा होने के कारण खुद यहां के टीचर अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल से निकाल इस स्कूल में दाखिला कराकर पढ़ाई करा रहे है.टीचर बच्चों को कंप्यूटर के साथ साथ सामान्य ज्ञान की शिक्षा भी दे रहे है जसके वजह से यहां के बच्चों को जनरल नॉलेज में काफी आगे है.टीचर बताते है कि इस बार एकल विद्यालय में इसी स्कूल के एक बच्चे ने 9 रैंक हासिल किया है.वे कहते है कि स्कूल के बच्चे पढ़ने लिखने में बहुत होशियार है यहां के बच्चों को पुस्तक के साथ सामान्य ज्ञान बहुत अच्छी जानकारी है और समय-समय पर इंटरनेट के माध्यम से बच्चों को अलग अलग जानकारी देने की प्रयास किया जाता है इसमें पालको का भरपूर सहयोग मिलता है.

ग्रामीणों का कहना है कि टीचर समय हमेशा उपस्थित रहते है और पूरी लगन के साथ उनके बच्चों को पढ़ाते हैं और इस स्कूल में प्राइवेट स्कूलो जैसा माहौल है.

इधर इस स्कूल में पढ़ाई के स्तर और बच्चों के लगन को देखकर शिक्षा महकमा तारीफ करते नही थक रहे है उनका मानना है कि हिर्रीडीह स्कूल की शैक्षणिक गुणवक्ता को बहुत अच्छी है शासन की मंशा के अनुरूप यहां शिक्षक काम कर रहे है.

बहरहाल एक ओर जहां लोग सरकारी स्कूलों में नहीं जाना चाहते तो वहीं स्कूल अपने बेहतर शिक्षा के प्रयासो और दिगर खासियतो के चलते इलाके में मशहूर है यही वजह कि लोग इस स्कूल की तारीफ करने से नही चूक रहे है.उम्मीद है ऐसा ही प्रयास बाकी स्कूलों में हो पाए.
बाईट...पुनऊ राम मडावी ग्रामीण
बाईट....रमेश नेताम ग्रामीण
बाईट....जयश्री साहू छात्रा
बाईट......चम्पेश्वर साहू शिक्षक
बाईट....आर पी दास BEO नगरीBody:जय लाल प्रजापति सिहावा धमतरी 8319178303Conclusion:
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