धमतरी : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिले में काम करने वाले 450 संविदा कर्मचारियों और अधिकारी की नियमितीकरण और अन्य मांगों को लेकर कर्मचारी 19 सितंबर से हड़ताल पर रहेंगे. कर्मचारियों कहना है कि राज्य सरकार ने उनके नियमितिकरण का वादा पूरा नहीं किया, जिसके विरोध में वे हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
जिला अध्यक्ष रोहित पांडेय ने बताया कि मांगों को लेकर राज्यभर के कर्मियों ने एक साथ हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है. वहीं एनएचएम के संविदा कर्मचारियों ने बताया कि एनएचएम संघ ने कई दफा शासन को मांग पूरी किए जाने के संबंध में ज्ञापन दे चुके हैं. अब तक शासन से किसी भी प्रकार का सकारात्मक जवाब नहीं मिला है. इससे सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में निराशा और गुस्सा है. इसके कारण प्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आव्हान पर स्वास्थ्य विभाग जिले के 450 संविदा अधिकारी और कर्मचारी 9 सितंबर से नियमितिकरण आंदोलन का शंखनाद करने का फैसला किया है.
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काली पट्टी बांधकर करेंगे विरोध
जिले के सभी एनएचएम कार्यकर्ता काम के दौरान हाथ पर काली पट्टी बांधकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. उनकी मांगों पर विचार करने लिए 5 दिन का समय दिया गया, इसके बाद भी सरकार की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है. इसके कारण संविदा कर्मचारी 19 सितंबर से राज्यभर में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहेंगे.
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कर्माचारियों के हड़ताल से प्रभाव
कर्माचारियों का आरोप है कि लगातार उनकी मांगों की अनदेखी की जा रही है. इस कारण वे शासन का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. वर्तमान में सभी कर्मचारियों की ड्यूटी कोरोना में लगाई गई है. कर्माचारियों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य विभाग के साथ लोगों की परेशानी भी बढ़ेगी, जिससे काेराेना जांच प्रक्रिया भी प्रभावित होगी. वहीं संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से आंगनबाड़ी में गर्भवती महिलाओं के होने वाले स्वास्थ्य जांच भी प्रभावित होंगे.