धमतरी: महाशिवरात्रि के एक दिन पहले ही भगवान शिव की बारात बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट और भोले भक्तों की ओर से धमतरी शहर में बड़े ही धूमधाम से निकाली गई. इस दौरान बनारस की तर्ज पर बड़े ही उल्लास के साथ भगवान शंकर में भक्त झूमते नजर आए. बारात में ढोलनगाड़े, बाजे-गाजे, भूत-प्रेत और अघोरी बाबा, शिव पार्वती विवाह की झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं.
बनारस की तर्ज पर नकलती है बारात: धमतरी के इतवारी बाजार में करीब 14 सौ साल पुराना बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर है. जहां महाशिवरात्रि पर्व को बड़े ही धूम धाम के साथ हर साल मनाया जाता है. भगवान शिव का विवाह यहां पूरे रीतिरिवाज के साथ मनाया गया. हल्दी, मेहंदी, संगीत के साथ साथ अब बारात भी धूमधाम से निकली गई. बनारस के तर्ज पर भगवान भोले की बरात निकाली जाती है. जो शहर के विंध्यवासिनी मंदिर से शुरू होकर राम बाग होते हुए शहर के प्रमुख मार्ग से गुजरकर इतवारी बाजार स्थित बूढ़ेश्वर मंदिर पहुंचती है. भगवान शंकर के बारात पर श्रद्धालु रास्ते भर पुष्प वर्षा और स्वागत करते हैं.
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झांकियां और साधुओं की टोली आकर्षण का केंद्र: धमतरी शहर में ये तीसरी बार का आयोजन है. जिसमें बनारस की तर्ज पर भगवान भोले की बारात निकाली गयी है. श्री बूढ़ेश्वर मंदिर के ट्रस्ट और बोल बम कांवरिया संघ के साथ ही शहर भर के शिव भक्त कई कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. इस दौरान मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विपीन पवार ने बताया कि "झांकी में बनारस से अघोरी बाबा का दल पहुंचा है. ओडिशा की विशेष झांकी भी आई है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ी पारंपरिक बस्तरिया नृत्य, आंगा देव, आरंग से भोलेनाथ की झांकी, दुर्ग से शिव-पार्वती विवाह की झांकी, कलकत्ता से तीन झांकी पहुंची है. शोभायात्रा में शिव जी की पालकी, डीजे धुमाल, नागा साधुओं की टोली भी है."