धमतरी: छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ के बैनर तले गांधी मैदान में शुक्रवार को एक दिवसीय धरना दिया गया. कर्मचारियों की मांग है कि 'अभी जो 2300 मासिक मानदेय दिया जा रहा है उसे सम्मानजनक रूप से बढ़ाया जाए. ताकि परिवार का भरण पोषण कर सकें. 29 जिलों में सन् 2011 से हमलोग कार्य कर रहे हैं. छग के स्कूलों में 43301 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं.
सफाई कर्मचारियों की क्या है मांगें: सफाई कर्मचारी स्कूल प्रांगण की साफ सफाई, कक्षाओं की साफ सफाई, पेय जल की व्यवस्था, पालक रजिस्टर में हस्ताक्षर कराना, मध्यान्ह भोजन चावल की व्यवस्था करना इन सारे कार्य को करते आ रहे हैं. इसके एवज में वर्तमान में मात्र 2300 रूपये मासिक मान देय प्रदान किया जाता है. वर्तमान समय में 2300 रूपये में किसी भी परिवार का भरण पोषण नहीं हो रहा है. बल्कि शोषण हो रहा है. परिवार को चलाना चुनौती बन गया है.'' स्कूल सफाई कर्मचारी संघ की माने तो सरकार ने पिछली बार आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों पर विचार किया जा रहा है.लेकिन साल बीतने के बाद भी उनकी हालत जस की तस है.
ये भी पढ़ें- धमतरी में बीजेपी का प्रदर्शन
कब से कर रहे हैं आंदोलन : साल 2011 से लगातार स्कूल सफाई कर्मचारी संघ शासन प्रशासन को अपनी मांगों के संबंध में ध्यान आकर्षण करा रहे हैं.जिसमें झीरम घाटी और सरगुजा से राजधानी रायपुर तक दांडी यात्रा प्रमुख है. इस दौरान 7 मार्च 2022 से 3 अगस्त 2022 तक अनवरत धरना प्रदर्शन जारी रहा. लेकिन शासन के मंत्री और मुख्यमंत्री ने सिर्फ प्रदर्शकारियों को आश्वासन दिया . वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने के पहले अपनी चुनाव घोषणा पत्र में सरकार बनते ही पूर्णकालीन करने की बात स्कूल सफाई कर्मचारियों से कही थी.लेकिन चार साल बीतने पर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ. जिसकी वजह से पूरे प्रदेश के स्कूलों में कार्यरत सफाई कर्मचारी दुखी होकर अपनी पूर्णकालिक मांग को रख रहे हैं.