धमतरी: कुरुद जनपद पंचायत में इन दिनों सरपंच संघ अध्यक्ष पद को लेकर लोग अलग-अलग बातें कर रहे हैं. सरपंचों के बीच मतभेद होने लगा है. जनपद पंचायत कुरुद अंतर्गत 108 सरपंच है, जिमसें एक तरफ डिलन चंद्राकर को अध्यक्ष बनाने की बधाई दी जा रही. वहीं दूसरी तरफ अध्यक्ष के पहले दावेदार खेमराज चन्द्राकर ने संघ के गठन में चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि चुनाव सही तरीके से नहीं हुआ है.
अध्यक्ष के पहले दावेदार खेमराज ने कहा कि यह चुनाव जनपद के सभागार में होना था और सभी सरपंचों की उपस्थिति में किया जाना था, जो नहीं किया गया. खेमराज को फोन के माध्यम से ये बताया गया कि वे उपाध्यक्ष बन गए हैं, जिसे उन्होंने गलत बताया है. उनक कहना है कि यह चुनाव 108 सरपंचों के बीच होनी चाहिए थी. खेमराज ने आरोप लगाया कि उन्हें मीटिंग के लिए बुलाया गया था, नाकि चुनाव के लिए. उन्होंने इस बात का विरोध किया है.
दूसरे दावेदारों ने किया चुनावी प्रक्रिया का विरोध
वहीं सरपंच संघ के दूसरे पक्ष ने जनपद पंचायत कुरुद के सभागार में सरपंच संघ की बैठक बुलाई. सरपंच संघ अध्यक्ष चुनाव को लेकर सरपंचों में मतभेद होने की बातें अब साफतौर पर सामने आ रही है. सरपंच संघ के दूसरे पक्ष ने फिर जनपद पंचायत सभागार में बैठक की. जिसमें 108 में से सिर्फ 72 सरपंचों की उपस्थिति थी. पर्याप्त संख्या में सरपंचों की उपस्थित नहीं होने के कारण चुनाव प्रक्रिया का पूरा पालन कर 17 जुलाई को सर्वसम्मति से पदाधिकारी चयन की तारिख जारी कर दी गई.
अध्यक्ष के दूसरे दावेदार टिकेश साहू ने कहा कि मीटिंग के नाम पर सरपंचों को बुलाकर अध्यक्ष मनोनीत करना गलत तरीका है. उनका कहना है कि यह कोई चुनाव का मैदान नहीं है. टिकेश साहू ने कहा कि यहां अध्यक्ष इसलिए चुना जाता है कि सरपंचों की परेशानी को वह सरकार तक पहुंचा सके, तो इसमें पार्टी और राजनीति वाली बात नहीं आनी चाहिए.
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इस पर तीसरे दावेदार डिलन चंद्राकर का कहना है कि उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं. उनका कहना है कि दूसरे पक्ष की तरफ सिफ 32 लोगों का समर्थन था, बचे हुए बाकी सब उनके पक्ष में थे. वहीं नवनियुक्त सरपंच संघ अध्यक्ष ने मिल-जुलकर रहने की बात कही और पार्टी और राजनीति वाली बात को नकार दिया.