धमतरी: धमतरी जिले में भारी बारिश ने सड़कों की परतें उधेड़ दी है. नेशनल हाईवे सहित कई सड़कों पर छोटे-बड़े गड्ढों की भरमार (bad condition of roads on Light rain in Dhamtari) है. जिनसे हादसों का खतरा बढ़ गया. बरसात के कारण इन सड़कों की मरम्मत भी नहीं हो सकती है. धमतरी शहर से गुजर कर राजधानी रायपुर को बस्तर और दक्षिण भारत से जोड़ने वाली एनएच 30 या धमतरी को ओडिशा से जोड़ने वाली एनएच... सभी सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. ये गड्ढे भी छोटे-मोटे नहीं बल्कि ढाई मीटर चौड़े और आधा फीट गहरे हैं. वाहनों को बेहद सावधानी से निकालना पड़ता है. थोड़ी सी लापरवाही हादसे का कारण बन सकती है.
हल्की बारिश ने खोली पोल: हाल ही में हुए बारिश में राष्ट्रीय राजमार्ग में जगह-जगह गढ्ढे होने से सड़क की हालत खस्ता है. गढ्ढों के पास संतुलन बिगड़ने से वाहन चालक घायल हो रहे हैं. गढ्ढों की काम चलाऊ मरम्मत से लोगों की परेशानी कई गुना ज्यादा बढ़ गई है. डामर की सड़क में सीमेंट, गिट्टी और रेत को भरने से स्थिति ज्यादा खराब है. अब जगह-जगह गढ्ढे के साथ सड़क में कीचड़ भी होने लगा है. लोगों ने सड़क के स्थाई मरम्मत की मांग की है. धमतरी शहर से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 30 की हालत कई स्थानों पर खराब हो चुकी है. सड़क की लंबे समय से मरम्मत न होने के कारण स्थिति और खराब होती जा रही है.
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हालात जस के तस: इस विषय में ईटीवी भारत ने इन रास्तों पर माल वाहक या यात्री वाहन लेकर चलने वाले वाहन चालकों से बात की. समस्या को समझने की कोशीश की तो पता चला कि मालवाहक गाड़ियों में लगातार झटकों और हिचकोलों से कई पार्ट्स टूट जाते हैं तो यात्री वाहनों में बैठे सवारियों के अंग झटकों के कारण लचक जाते हैं. इस समस्या की जानकारी जिला प्रशासन को भी है, लेकिन समस्या है कि बारिश के दौरान पक्की मरम्मत भी नहीं हो सकती. लिहाजा गड्ढों में बजरी, गिट्टी, सीमेंट भर कर काम चलाना पड़ रहा है. इनसे भी राहत नहीं मिल पा रही है क्योंकि फिर बारिश होती है और सब कुछ बह जाता है. हालात फिर से जस के तस हो जाते हैं.