धमतरी: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण जिले में इस बार भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम से नहीं मनाने का निर्णय लिया. रामभक्त कोरोना काल के कारण धर्म की नगरी कहे जाने धमतरी में शोभायात्रा नहीं निकालने का निर्णय लिया. हर साल रामनवमी पर भगवान श्रीराम के शोभयात्रा में हजारों लोग जुटते थे. भगवान श्रीराम के जयकार से पूरा शहर गुंज उठता था.
धमतरी में है लॉकडाउन
बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए धमतरी जिले में 26 अप्रैल तक लाॅकडाउन लागू किया गया है. बता दें यह लगातार दूसरा साल है जब रामनवमी पर लाॅकडाउन का असर देखने को मिल रहा है. इसलिए इस साल भी यहां आयोजित होने वाले शोभायात्रा पर विराम लग गया. ऐसे में इस बार रामभक्तों ने सादगी से रामनवमीं का यह पर्व मनाया. मंदिरों में कोरोना नियमों का पालन करते हुए भगवान श्रीराम की पूजा की और कोरोना संकट की घड़ी में लोग स्वस्थ रहे ऐसी कामना की है.
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11 सालों से निकल रही शोभायात्रा
रामनवमीं पर शहर में पिछले 11 सालों से विशाल शोभायात्रा निकाली जा रही है. जिसमें हजारों की तादाद में श्रध्दालू शामिल होते हैं. लेकिन लगातार दूसरे साल रामनवमीं पर लाॅकडाउन लगा है. इस कारण इस बार भी राम नवमी शोभायात्रा पर ब्रेक लग गया. समितियों के सदस्यों ने अपील किया है कि कोरोना महामारी से हम सबको लड़ना है. इसलिए कोविड 19 के नियमों का पालन करते हुए त्यौहार घर में मनाएं. बहरहाल जिले में धारा 144 लागू है ऐसे में सामूहिक धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध है.