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नगरीय निकाय चुनाव : धमतरी में परिसीमन से बढ़ सकती है वार्डों की संख्या

धमतरी निगम क्षेत्र में परिसीमन के मुद्दे पर राजनीतिक मोर्चा खुल गया है. सत्तासीन भाजपा और विपक्षी कांग्रेस दोनों को ही परिसीमन से आपत्ति है, जबकि नगर निगम ने प्रशासन परिसीमन की प्रक्रिया को सही ठहरा रहा है.

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Published : Jun 30, 2019, 10:20 PM IST

धमतरी में परिसीमन से बढ़ सकती है वार्डों की संख्या

धमतरी: नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर वार्डों के परिसीमन की तैयारियां जिले में शुरू हो गई हैं. नगर निगम क्षेत्र में तकरीबन 40 वार्ड हैं, लेकिन कई वार्डों में मतदाताओं की संख्या में काफी अंतर है, जिसके कारण निर्वाचन के समय भी अधिक मतदाता संख्या होने के कारण समस्याएं आती हैं, इसलिए इस बार वार्डों के परिसीमन से वार्डों की संख्या बढ़ाई जा सकती है.

धमतरी में परिसीमन से बढ़ सकती है वार्डों की संख्या

धमतरी निगम क्षेत्र में परिसीमन के मुद्दे पर राजनीतिक मोर्चा खुल गया है. सत्तासीन भाजपा और विपक्षी कांग्रेस दोनों को ही परिसीमन से आपत्ति है, जबकि नगर निगम ने प्रशासन परिसीमन की प्रक्रिया को सही ठहरा रहा है.

5 साल पहले हुआ था गठन
बता दें कि नगर निगम का गठन 5 साल पहले हुआ है. इसके पहले इस निकाय ने 130 साल का सफर नगर पालिका के तौर पर तय किया है. आज निगम क्षेत्र में कुल 40 वार्ड हैं, पिछली जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या करीब 90 हजार है, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में निगम में कुल 66 हजार मतदाता थे.

40 में से 27 वार्ड हो रहे हैं प्रभावित
इस परिसीमन का उद्देश्य यह है कि जनसंख्या के आधार पर सभी वार्डों में अनुपातिक समानता लेकर आना. इस वार्ड में 40 में से 27 वार्ड प्रभावित हो रहे हैं और कुल 2 हजार 708 लोग इधर से उधर हो रहे हैं, जबकि 13 वार्ड परिसीमन के दायरे से बाहर हैं. वहीं इस मामले में निगम प्रशासन ने परिसीमन की प्रक्रिया को नियम के मुताबिक होने का दावा किया है.

धमतरी: नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर वार्डों के परिसीमन की तैयारियां जिले में शुरू हो गई हैं. नगर निगम क्षेत्र में तकरीबन 40 वार्ड हैं, लेकिन कई वार्डों में मतदाताओं की संख्या में काफी अंतर है, जिसके कारण निर्वाचन के समय भी अधिक मतदाता संख्या होने के कारण समस्याएं आती हैं, इसलिए इस बार वार्डों के परिसीमन से वार्डों की संख्या बढ़ाई जा सकती है.

धमतरी में परिसीमन से बढ़ सकती है वार्डों की संख्या

धमतरी निगम क्षेत्र में परिसीमन के मुद्दे पर राजनीतिक मोर्चा खुल गया है. सत्तासीन भाजपा और विपक्षी कांग्रेस दोनों को ही परिसीमन से आपत्ति है, जबकि नगर निगम ने प्रशासन परिसीमन की प्रक्रिया को सही ठहरा रहा है.

5 साल पहले हुआ था गठन
बता दें कि नगर निगम का गठन 5 साल पहले हुआ है. इसके पहले इस निकाय ने 130 साल का सफर नगर पालिका के तौर पर तय किया है. आज निगम क्षेत्र में कुल 40 वार्ड हैं, पिछली जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या करीब 90 हजार है, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में निगम में कुल 66 हजार मतदाता थे.

40 में से 27 वार्ड हो रहे हैं प्रभावित
इस परिसीमन का उद्देश्य यह है कि जनसंख्या के आधार पर सभी वार्डों में अनुपातिक समानता लेकर आना. इस वार्ड में 40 में से 27 वार्ड प्रभावित हो रहे हैं और कुल 2 हजार 708 लोग इधर से उधर हो रहे हैं, जबकि 13 वार्ड परिसीमन के दायरे से बाहर हैं. वहीं इस मामले में निगम प्रशासन ने परिसीमन की प्रक्रिया को नियम के मुताबिक होने का दावा किया है.

Intro:नगरी निकाय चुनाव मद्देनजर वार्डो के परिसीमन की तैयारियां धमतरी में शुरू हो गई है.नगर निगम क्षेत्र में तकरीबन 40 वार्ड है लेकिन कई वार्डों में मतदाताओं की संख्या में काफी अंतर है जिसके कारण निर्वाचन के समय भी अधिक मतदाता संख्या होने के कारण समस्याएं आती है.ऐसे में उम्मीद है कि इस बार वार्डो के परिसीमन से वार्डों की संख्या बढ़ाई जा सकती है.


Body:इधर धमतरी निगम क्षेत्र में परिसीमन के मुद्दे पर राजनीतिक मोर्चा खुल गया है सत्तासीन भाजपा और विपक्षी कांग्रेस दोनों को ही परिसीमन से आपत्ति है जबकि नगर निगम ने प्रशासन परिसीमन की प्रक्रिया को सही ठहरा रही है.

धमतरी नगर निगम का गठन 5 साल पहले हुआ है.इसके पहले इस निकाय ने 130 साल का सफर नगर पालिका के तौर पर तय किया है.आज निगम क्षेत्र में कुल 40 वार्ड हैं पिछली जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या करीब 90 हजार है लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में निगम में कुल 66 हजार मतदाता थे.इस परिसीमन का मकसद जनसंख्या के आधार पर सभी वार्डों में अनुपातिक समानता लाना है जिसमें 40 में से 27 वार्ड प्रभावित हो रहे है और कुल 2708 लोग इधर से उधर हो रहे है जबकि 13 वार्ड परिसीमन के दायरे से बाहर है.

धमतरी नगर पालिका थी तब और जब से नगर निगम है तब से आज इतिहास में यहां के कांग्रेस कभी सत्ता में नहीं आ सकी है और इस बार कांग्रेस की सरकार है तो नगर निगम पर भी वह काबिज होने के लिए बेकरार है.इसका अंदाजा आप भाजपा को बखूबी है और यही कारण है कि उसे परिसीमन के पीछे कांग्रेस के नियत में खोट दिखाई दे रही है लेकिन कांग्रेस खुद परिसीमन पर आपत्ति जता रही है और भाजपा निशाना साध रही है इस मामले में निगम प्रशासन ने परिसीमन की प्रक्रिया को कायदे के मुताबिक होने का दावा किया है.

सबसे बड़ी बात यह है कि राजनीति दलों के अलावा आम जनता को भी वादों की नई सीमाएं नहीं पा रही है.लोगों को लगता है कि किसी खास इरादे के साथ टेबल में बैठकर परिसीमन कर दिया गया है इससे जनता को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है.


Conclusion:बहरहाल सारे विवाद की जड़ है आगामी चुनाव और दोनों दल परिसीमन के बहाने एक दूसरे को कमजोर करना चाहते हैं और अपनी गोटी फिट करना चाहते है.ऐसे में चुनाव के करीब आते-आते उठापटक और तेज होना तय माना जा रहा है.

बाईट....ए के हालदार,निगम आयुक्त धमतरी
बाईट...रामू रोहरा,जिलाध्यक्ष भाजपा
बाईट....आलोक जाधव,स्थानीय निवासी
बाईट....चेतन हिंदूजा,स्थानीय निवासी
बाईट....मोहन लालवानी,जिलाध्यक्ष कांग्रेस

रामेश्वर मरकाम धमतरी
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