धमतरी: 23 हाथियों के दल ने जिले में दस्तक दी है. दल का नेतृत्व चंदा नाम की हथिनी कर रही है. हाथियों का दल धमतरी वन परिक्षेत्र के तुमाबुजुर्ग के आसपास देखा गया है. वहीं इस दल में 2 नवजात शिशु भी शामिल हैं. वन विभाग जीपीएस के जरिए हाथियों के दल पर नजर बनाए हुए है, लेकिन हाथियों के दल को नियंत्रित करने में वन विभाग के पसीने भी छूट रहे हैं.
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बता दें कि यह हाथियों का वही दल है, जो अप्रैल महीने में गरियाबंद से होकर धमतरी पहुंचा था. ये दल अलग-अलग जगहों पर करीब दो माह तक रहने के बाद वापस गरियाबंद लौट गया था, लेकिन इसके बाद हाथियों का दल अगस्त माह में दोबारा धमतरी जिले में पहुंचा और अपने पुराने रास्ते से होकर आगे बढ़ गया. हाथियों के इस दल ने कांकेर से बालोद और बालोद से राजनांदगांव की ओर अपना रुख किया था.
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3 महीने बाद एक बार फिर से इस दल ने धमतरी में शरण ली है. मौजूदा समय मे यह दल बालोद और धमतरी जिले के सरहदी इलाके में विचरण कर रहा है. इधर हाथियों के कारण आसपास के कई गांवों में फसल के नुकसान का खतरा है. ग्रामीण भी अपने और अपने बच्चों की जान को लेकर दहशत में हैं. फिलहाल वन विभाग अलर्ट पर है. वहीं हाथियों के दल की लगातार निगरानी की जा रही है. इसके आलावा ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी कर सतर्क रहने की हिदायत दी जा रही है.