बलौदाबाजार: दो राइस मिलरों के खिलाफ कलेक्टर दीपक सोनी ने कड़ा एक्शन लिया है. दोनों राइस मिलरों पर कस्टम मिलिंग में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप है. कलेक्टर के आदेश के बाद दोनों राइस मिलरों की कुल 4 करोड़ 65 लाख से अधिक की संपत्ति को राजसात कर लिया गया है. जिन दो राइस मिलरों पर एक्शन लिया गया है उसमें मेसर्स यश मॉडर्न फूड(तिल्दा रोड सिमगा) शामिल है. यश मॉर्डन फूड की 1 करोड़ 77 लाख 15 हजार की बैंक गारंटी राजसात करने के आदेश हैं. दूसरी फर्म है मेसर्स आदित्य राइस इंडस्ट्रीज(कुशभाठा) जिसकी 2 करोड़ 87 लाख 90 हजार की बैंक गारंटी राजसाज किए जाने का आदेश जारी किया गया है.
4.65 करोड़ की बैंक गारंटी राजसात: खाद्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो आशीष अग्रवाल की फर्म ने कस्टम मिलिंग का चावल जमा किए जाने में कोई रुचि नहीं दिखाई. जांच के दौरान फर्म से 7086 क्टिंटल धान की कमी भी मिली. जब इस संबंध में फर्म से जवाब तलब किया गया तो कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला. जिसके बाद फर्म की 1 करोड़ 77 लाख 15 हजार की राशि की वसूली का आदेश जारी किया गया. तुषार नायक की फर्म पर भी कस्टम मिलिंग का चावल जमा नहीं करने का आरोप था.
बैंक गारंटी के तहत होगी वसूली: कलेक्टर दीपक सोनी ने आदेश दिया कि दोनों मिलर्स की ओर से जमा की गई बैंक गारंटी के तहत उक्त राशियों की तत्काल वसूली की जाए. साथ ही कलेक्टर ने आदेश दिया कि मिलर्स को कस्टम मिलिंग राशि का भुगतान तब तक लंबित रखा जाए जब तक वसूली पूरी नहीं हो जाती. प्रदेश में 14 नवंबर से धान की खरीदी की जा रही है. सरकार की कोशिश है कि पिछली बार से ज्यादा धान खरीदी का रिकार्ड इस पर छत्तीसगढ़ में दर्ज हो.